वरिष्ठ साहित्यकार श्री अशोक लव अपनी “लड़कियां छूना चाहती है आसमान”, “खिडकियों पर टंगे लोग” तथा “अनुभूतियों की आहटें” पुस्तकें स्प्रेम भेंट करते हुए। गौरतलब है कि लव जी की पुस्तक “हिन्दी के प्रतिनिधि साहित्यकारों से साक्षात्कार” का लोकार्पण भारत के पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय श्री शंकर दयाल जी ने 9, फरवरी, 1990 को किया था। पत्रकार को परिभाषित करते हुए उनका मानना है कि एक पत्रकार के अंदर कवि, समाज सेवी, स्वच्छ समाज निर्माण में सहयोगी होने वाले गुण होने चाहिए। सैकड़ों पुस्तकों रचने के अलावा, अनेकों राष्ट्रीय समाचार पत्रों, पत्रिकाओं में हजारों लेखों को अपनी लेखनी से सजाया। 13 अप्रेल, 1947 को जन्मे, आज भी प्रतिदिन 5-6 घंटा लेखन कार्य में जुटकर पाठय पुस्तकें लिखने में लीन हैं। ऐसे साहित्यकार को शत शत नमन करना चाहिए और युवा एवं नवोदित पत्रकारों व साहित्य कार्य में जुटे व्यक्तियों को प्रेरणा लेनी चाहिए।
खास मुलाकात जो बन गई जज्बात
August 24, 2013
Inspiration, Update