सकारात्मक सोच सफलता की कूंजी है– टीम डेली डायरी न्यूज़

टीम डेली डायरी न्यूज़ की सफलता पर आरजेएस फैमिली और पॉजिटिव मीडिया को गर्व है। डेली डायरी न्यूज़ ने माना की सकारात्मक सोच सकारात्मक परिणाम देता है।

भारतीय पत्रकारिता में नवोदित पत्रकारों और मीडिया संस्थानों के लिए डेली डायरी न्यूज़ एक नजीर बन गया है। आरजेएस राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना ने बताया कि डेली डायरी न्यूज़ की एक छोटी सी टीम के प्रमुख प्रखर वार्ष्णेय और दुर्गा प्रसाद मिश्र आरजेएस के राष्ट्रीय कार्यक्रम आजादी पर्व जयहिंद जयभारत 2017 में पत्रकार ब्रह्मानंद झा के साथ शामिल हुए तब से लेकर आज तक राम-जानकी संस्थान, (आरजेएस) के सकारात्मक भारत आंदोलन में सक्रिय रहे हैं। कोशिश करने वालों की हार नहीं होती और एक न एक दिन सफलता मिल ही जाती है। टीम डेली डायरी न्यूज़  की सकारात्मक सोच का सकारात्मक परिणाम जनवरी  2018 के राष्ट्रप्रथम वंदेमातरम् में आरजेएस का स्टार मीडिया संस्थान अवार्ड  जिंदा शहीद एम.एस.बिट्टा जी के हाथों मिला है। अपनी सफलता की कहानी

 डेली डायरी न्यूज़ के प्रमुख प्रखर वार्ष्णेय की जुबानी——-

“हम लोगों ने साल 2016 में एक सपना देखा था जिसपे काम करना 2017 में शुरू किया जो सफर 0 से शुरू हुआ था आज वो 1 मिलियन (10 लाख) परिवार में बदल गया। यूट्यूब के सभी एक मिलियन (10 लाख) सब्सक्राईबर्स को विनम्र बधाई। यह सफर बहुत कठिन रहा न कोई ब्रांड न कोई बड़ा नाम, न ही पैसा न ही संसाधन पर यह सफर चलता रहा। सफर के दौरान न जाने कितनी मुसीबतें झेली लड़े झगडे, टूटे फिर जुड़े फिर टूटे फिर बिखरे न जाने क्या क्या हुआ लोग बस बहार से यह कहते रहे यह टीम तो बहुत तरक्की कर रही है पर अंदर के दर्द और पीड़ा को शायद ही किसी ने समझा हो। पर इन सबके बाबजूद टीम डेली डायरी (दुर्गा, याशिका, विक्रम, शिखा, श्वेता, पूजा, विनीता और प्रखर) लगातार काम करती रही और जो सपना सबने देखा था उसे साकार करने में लगी रही।

सकारात्मक सोच के साथ हम आगे बढ़ते रहे और आज डेली डायरी इस मुकाम तक पहुँच गई। हलांकि अभी भी मानता हूँ जिस मुकाम पर हमें होना चाहिए था शायद नहीं हैं, लेकिन शायद यही ज़िन्दगी है और हमें संतोष भी है। कहने लिखने बताने को अभी बहुत कुछ है पर शायद वो समय अभी आया नहीं। लेकिन इस मौके पर कुछ नाम ऐसे जिन्हें भूला नहीं जा सकता। पहला नाम देव कुमार सर का जिन्होंने हमें चीजें सिखाई और बताया क्या क्या कैसे करना है। इन्होनें यह सब जब किया जब हमें खुद को खुद पे विश्वास नहीं था । इसके साथ उदय कुमार मन्ना सर जिन्होंने हमें पॉजिटिव तरीके से काम करने के लिए प्रेरित किया, साथ ही समय समय पर गाइडेंस देते रहे हैं और RJS के माध्यम से पूरे देश में हमारा विस्तार करते रहे हैं। और कुछ साथी (ब्रह्मानंद, जोगेन्दर, दीपिका, प्रशांत यादव, परमिंदर और सोनम) जो हमेशा साथ रहे और डेली डायरी के लिए कुछ न कुछ करते रहे इन सब का साथ जरूरी था, नहीं तो कब का डेली डायरी बिखर सकता था। और भी कई छोटे बड़े भाइयों और दोस्तों का साथ मिलता रहा और गुरुओं का भी आशीर्वाद समय समय पर मिलता रहा पर इन सबके बीच हम सब के परिवार ने जो साथ दिया उसकी बराबरी कोई नहीं कर सकता।

कहने लिखने बताने और करने को अभी बहुत कुछ है पर समय आने पर सब होगा अभी के लिए सभी का तहे दिल से धन्यवाद आशीर्वाद और प्यार हमेशा बनाये रखें।” परिस्थितियां चाहे कैसी भी हों हिम्मत और  हौसला पाॅजिटिव रहे तो सकारात्मक ऊर्जा  दशा और दिशा दोनों बेहतर करने की शक्ति देते हैं।