(सीडी रिव्यू: एस.एस.डोगरा)
नई दिल्ली: गत दिनों रामपुर घराने से ताल्लुक रखने वाले मशहूर गायक गुलाम अब्बास खान की रोमांटिक गजलों भरी म्यूजिक एल्बम त्रिवेणी कला संगम सभागार में बज्में खास द्वारा आयोजित विशेष आयोजन के दौरान रिलीज हुई. विशेष अतिथि के तौर पर डॉ. दयानंद वत्स , वेद गुप्ता तथा महापौर नरेंद्र चावला ने इस म्यूजिक एल्बम का लोकार्पण किया. इस खास मौके पर गुलाम अब्बास खान साहेब के परिवार, दोस्तों के अलावा कई गीत-संगीत की नामी-गरामी हस्तियाँ मौजूद थी. हिंदुस्तान के अलावा, पचास से भी अधिक देशों में अपनी आवाज का जादू बिखेरने वाले फ़नकार गुलाम अब्बास खान की रोमांटिक गजलों भरी म्यूजिक एल्बम “किसी दिन” (आडियो सीडी) में कुल आठ गजलें हैं. जिनमें मशहूर शायर मिर्ज़ा ग़ालिब की “बाज़ीचा-ऐ-अत्फाल है”, बहादुर शाह जफ़र की “सजा ये खूब मिली”, हकीम मोमिन खान की गजल “वो हममे तुममें जो करार था”, मशहूर पाकिस्तानी शायर अमजद इस्लाम अमजद की गज़ल “चेहरे पे मेरे जुल्फ़ को” , गुलाम अब्बास खंड की गजल “पुरवई की ठण्डी रातें”, अहमद फ़राज की गजल “कुर्बत भी नहीं दिल से” अथर नफ़ीस की ग़जल “वो जो इश्क हमसे” कैसर उल जाफ़री की ग़जल “आवारगी को रस्मे-जवानी” आदि दिल को छू लेने वाली आठों गजलों को अपनी दिलकश आवाज के जादू में बखूबी पिरोया है जनाब गुलाम अब्बास खान साहेब ने. “पुरवई की ठण्डी रातें” गज़ल को सेजल घायल ने कंपोज़ किया है. इस आडियो सीडी के निर्माता वेद गुप्ता, संजय छिपेलकर के विशेष सहयोग तथा मोज़िक मोंक स्टूडियो दिल्ली निदेशक अरविन्द्र सिंह का भी अहम् योगदान रहा है.
कॉपी राईट: बज्मे खास आडियो सीडी की कीमत मात्र पाँच सौ रूपये है.