वित्त मंत्री ने 28 फरवरी को आम बजट लोकसभा में पेश किया। हर बजट की तरह इस बार भी कई चीजों के रेट में इजाफा और कई के रेट कम करने की घोषणा की गई, क्योंकि वित्तीय वर्ष 1 अप्रैल से शुरू होता है। ऐसे में सरकार की ओर से बजट में की गई घोषणाएं एक अप्रैल से लागू की जाती हैं, लेकिन मुनाफाखोरों ने बजट में महंगी की गई चीजों के रेट एक मार्च से ही रेट बढ़ा दिए हैं। रिलेशन ऑफ़ इंडिया न्यूज़ के पास आई शिकायतों के बाद जब वरिष्ठ पत्रकार कुमार निर्भय ने पड़ताल की तो मालूम हुआ कि मुनाफाखोरों ने कालाबाजारी शुरू कर दी है। सबसे ज्यादा मुनाफा रिटेलर्स कमा है। बड़ी मंडियों के व्यापारी भी पीछे नहीं है जमाखोर सबसे अधिक मुनाफा कमा रहे है। रेटलर्स ने चीनी,दाल,साबुन,आटा,सब्जियों,मसालों,बेसन,मैदा समेत सभी रोजमर्रा प्रयुक्त होने वाले उत्पाद शामिल है। सबसे ज्यादा ‘लूट’ नशे के सामान में हो रही है। मुनाफाखोर कैसे लूट रहे हैं आइए हम बताते हैं।बजट के बाद शहर में सक्रिय मुनाफाखोरों के रैकेट ने बढ़ाए चीजों के दाम, खुलेआम हो रहा है मुनाफाखोरी का ‘खेल’, रोज बढ़ रहीं कीमतें, सबसे ज्यादा असर सिगरेट, पान मसाले पर बढे है। सबसे पहले हम आपको रिटेल मार्केट का हाल बताते हैं। बड़ी गोल्ड फ्लेक सिगरेट इन दिनों कहीं 10 रुपए में तो कहीं 11 रूपए में मिल रही है। अगर पूरा पैक खरीदना हो तो ज्यादातर जगहों पर 90 रुपए से कम कीमत नहीं चुकानी पड़ रही है। जबकि इस पैक में मैक्सिमम रिटेल प्राइज 85 रुपए प्रिन्ट है। इसी तरह छोटी गोल्ड फ्लेक सिगरेट कही 8 तो कहीं 9 रुपए में मिल रही है। इसका पैक 70 रुपए में बेंचा जा रहा है। जबकि पैक पर प्रिन्ट एमआरपी 58 रुपए है. रिटेलर्स का कहना है कि उन्हें होलसेल मार्केट से महंगे रेट में मिल रही। रिटेलर ओमप्रकाश ने बताया कि पहले जहां छोटी गोल्ड फ्लेक का पैक 53 रुपए में मिलता था, अब वहीं 62 रुपए में मिल रहा है. इसलिए ये पैक 72 रूपए में बेंच रहे हैं। इसी तरह बड़ी गोल्ड फ्लेक का पैक 76 की जगह 82 रुपए में, विल्स फिल्टर 61 की जगह 66 रूपए में मिल रहा है। होलसेलर्स के रेट बढ़ाने के कारण पब्लिक को अधिक रेट पर बेंचना मजबूरी है। अभी तो बजट संसद में पेश किया गया है। बजट पर बहस होने के बाद लागू होता है। नियमानुसार बजट में जिन चीजों के दाम बढ़े हैं और जिनके रेट कम हुए हैं। वो एक अप्रैल से ही लागू होंगे. अगर अभी रेट बढ़ाए गए हैं तो ये पूरी तरह गैर कानूनी है. इस पर प्रशासन को एक्शन लेना चाहिए।
होलसेलर्स की मनमानी
होलसेलर्स की बात करें तो कमोबेश यही स्थिति यहाँ है। मंडे की दोपहर रामपुर एस डी एम ऑफिस के पास स्थित बनी होलसेल मार्केट पहुंच कर वास्तविक स्थिति जानी,जहां होलसेलर्स की कई दुकानें हैं। यहां का हाल तो और भी चौंकाने वाला मिला। ज्यादातर होलसेलर्स के यहां एक ही कम्पनी की एक ही ब्रांड की सिगरेट की कीमतें अलग-अलग मिली कोई छोटी गोल्ड फ्लेक 6300 रुपए पर 1000 सिगरेट का पैक बेच रहा था तो कोई 6200 रुपए 1000 सिगरेट के वसूल रहा था। जिसके कारण रिटेलर्स भी हक्का-बक्का था।त्रिनगर से आए रोहन ने कहा कि पहली बार ऐसा हाल देखा है। होलसेल मार्केट में भी इतना अधिक रेट का डिफरेंस कभी नहीं रहा है।
ग्राहक जरा ध्यान दें
1 कोई सामान खरीदने से पहले बिल जरूर लें।
2 बिल देने से दुकानदार मना करे तो तुरंत प्रशासनिक ऑफिसर्स से शिकायत करें। शिकायत लिखित रूप से करें और उसकी रिसीविंग जरूर लें।
3 कच्चे बिल के झांसे में न आएं, पक्का बिल ही लें।
4 उपभोक्ता फोरम में भी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।