पुस्तकों के महाकुंभ 28 वें नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेले से नए साल का आगाज दिल्ली के प्रगति मैदान में 4 जनवरी से 12 जनवरी तक होने जा रहा है। सकारात्मक बैठकों से सकारात्मक पत्रकारिता की देश में अलख जगा रहा राम जानकी संस्थान, आरजेएस ने इस मेले को समर्थन दिया है ।आरजेएस के राष्ट्रीय संयोजक ने बताया कि राष्ट्रीय पुस्तक न्यास द्वारा आयोजित विश्व पुस्तक मेला में 10 आरजेएस सकारात्मक बैठकों और लघु बैठकों द्वारा प्रकाशकों और लेखकों की नई किताबों को ज्यादा से ज्यादा प्रचारित और प्रसारित किया जाएगा।साथ में पुस्तकप्रेमी दर्शकों के साथ परिचर्चा भी की जाएगी। इसी कड़ी में हॉल नंबर 8-11 में द बुक लाइन के स्टॉल पर 5 जनवरी को ढाई बजे हाल ही में सड़क दुर्घटना में दिवंगत प्रख्यात साहित्यकार डॉ गंगा प्रसाद विमल की स्मृति में आरजेएस की 122 वीं सकारात्मक बैठक का आयोजन किया जाएगा।
आरजे फैमिली से जुड़े द बुक लाइन के प्रकाशक सुनील भनोट ने बताया कि बैठक में द बुक लाइन की चार मोटिवेशनल पुस्तकों का लोकार्पण किया जाएगा। इस अवसर पर सभी चार लेखक मौजूद रहेंगे । हमारी चार नई पुस्तकें हैं — जेपीएस जॉली उर्फ जौली अंकल लिखित सफलता की ऊंची छलांग , मेजर प्रदीप खरे लिखित टॉर्चबियरर्स: इंस्पायरिंग स्टोरीज , दूरदर्शन फेम डा.संदीप शर्मा लिखित प्रकृति की ओर और संजय जौली लिखित यू कैन फुलफिल योर ड्रीम आदि।इसके साथ ही द बुक लाइन की पुस्तक सूची सौ को पार कर जाएंगी। श्री सुनील भानोट ने कहा कि पिछले साल की तरह इस साल भी विश्व पुस्तक मेला में आगामी 11 जनवरी को पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की स्मृति में पुस्तक प्रकाशन की नई चुनौतियां विषय पर आरजेएस की आगामी सकारात्मक बैठक का आयोजन किया जाएगा।28वें विश्व पुस्तक मेले का आयोजन राष्ट्रीय पुस्तक न्यास द्वारा मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार और आईटीपीओ के सहयोग से किया गया है। आरजेएस पाॅजिटिव मीडिया के लिए विश्व पुस्तक मेला रिपोर्ट 2020.