आदर्श ग्रामीण समाज दिल्ली के वरिष्ठ उपाध्यक्ष दयानंद वत्स ने दिल्ली के नवनियुक्त उपराज्यपाल श्री अनिल बैजल को पदभार संभालने पर लाखों ग्रामीणों की और हार्दिक शुभकामनाऐं दी हैं।
श्री वत्स ने कहा कि पिछला साल बवाना क्षेत्र के उन लाखों दैनिक यात्रियों के लिए मानसिक और शारीरिक
जहां टू व्हीलर पर तीन सवारी होने पर ट्रैफिक पुलिस चालान काटने में पूरी मुस्तैदी बरतती है वहीं दूसरी ओर रिठाला मैट्रो स्टेशन से चलने वाले ग्रामीण सेवा जी.एस 43 वाहनों के आपरेटरों के विरुद्ध कोई कार्यवाई नहीं करती जो एक छोटे से वाहन में 7 यात्रियों के लिए निर्धारित स्थान पर 18 यात्रियों को भेड बकरियों की तरह ठूंसकर चलते हैं। नियमानुसार इन वाहनों में तीन तीन यात्रियों के बैठने के लिए दो सीटें होनी चाहिएं लेकिन इस रुट के किसी भी वाहन में यह सीटे नहीं है। लकडी के फट्टे फिट किए हैं।
ट्रैफिक पुलिस और परिवहन के उच्चाधिकारियों को अवगत कराने के बावजूद स्थिति में.सुधार.न होना इस बात का संकेत है कि इन आपरेटरों की ऊंची पहुंच के चलते यातायात पुलिस और परिवहन विभाग लाचार है।
रुट नंबर जी. एस 42 बरवाला से रिठाला पर जब से यह रुट चलाया गया है तब से.एक भी वाहन बरवाला गांव नहीं आया है। इस रुट के सभी वाहन शाहाबाद डेरी से बादली मैट्रो स्टेशन चलाए जा.रहे हैं।
श्री वत्स ने दिल्ली के नए उपराज्यपाल श्री अनिल बैजल से मांग की है कि वह इस मामले की ग़ंभीरता को देखते हुए अविलंब दिल्ली के पुलिस और परिवहन आयुक्त को तत्काल कार्यवाही के आदेश देकर जनता को राहत प्रदान करें।
यंत्रणा भरा रहा जो रिठाला मैट्रो स्टेशन से बवाना जे. जे कालोनी आने और जाने के लिए यहीं से चलने वाली ग्रामीण सेवा रुट नंबर जी.एस 43 के टाटा मैजिक वाहनों का इस्तेमाल करते हैं।
जहां टू व्हीलर पर तीन सवारी होने पर ट्रैफिक पुलिस चालान काटने में पूरी मुस्तैदी बरतती है वहीं दूसरी ओर रिठाला मैट्रो स्टेशन से चलने वाले ग्रामीण सेवा जी.एस 43 वाहनों के आपरेटरों के विरुद्ध कोई कार्यवाई नहीं करती जो एक छोटे से वाहन में 7 यात्रियों के लिए निर्धारित स्थान पर 18 यात्रियों को भेड बकरियों की तरह ठूंसकर चलते हैं। नियमानुसार इन वाहनों में तीन तीन यात्रियों के बैठने के लिए दो सीटें होनी चाहिएं लेकिन इस रुट के किसी भी वाहन में यह सीटे नहीं है। लकडी के फट्टे फिट किए हैं।
जिनपर चालक के केबिन में तीन यात्री, अंदर कज अगले ओर पिछले फट्टों पर चार–चार, साईड वाले फट्टे पर एक ओर तीन और दूसरी और दो यात्रियोंको ठूंसने के बाद दो यात्रियों को वाहन के गेट पर बैठाने के बाद ही वाहन रवाना होता है। सुबह से देर रात यही हालत रहती है। लेकिन रोहिणी और बवाना ट्रैफिक सर्कल की यातायात पुलिस इस सच से आंखें बंद किए हुए है। जबकि नेताजी सुभाष प्लेस से हैदरपुर और किंग्सवे कैंप से बुराडी जाने वाली ग्रामीण सेवा के वाहनों में आपरेटर परमिट शर्तों का पालन कर रहे हैं क्योंकि वहां ट्रैफिक पुलिस और परिवहन विभाग उनपृ नजर रखता है। लेकिन यहां आपरेटरों के हौसले बुलंद हैं। यात्रियों से दुर्व्यवहार, झगडा, मनमानी, तानाशाही और खुली गुंडागर्दी रिठाला मैट्रो पर सालों से जारी है।
ट्रैफिक पुलिस और परिवहन के उच्चाधिकारियों को अवगत कराने के बावजूद स्थिति में.सुधार.न होना इस बात का संकेत है कि इन आपरेटरों की ऊंची पहुंच के चलते यातायात पुलिस और परिवहन विभाग लाचार है।
रुट नंबर जी. एस 42 बरवाला से रिठाला पर जब से यह रुट चलाया गया है तब से.एक भी वाहन बरवाला गांव नहीं आया है। इस रुट के सभी वाहन शाहाबाद डेरी से बादली मैट्रो स्टेशन चलाए जा.रहे हैं।
श्री वत्स ने दिल्ली के नए उपराज्यपाल श्री अनिल बैजल से मांग की है कि वह इस मामले की ग़ंभीरता को देखते हुए अविलंब दिल्ली के पुलिस और परिवहन आयुक्त को तत्काल कार्यवाही के आदेश देकर जनता को राहत प्रदान करें।