65 वीं स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि पूर्व संसद सदस्य श्री सुखदेव पासवान जी ने बेघर लोगों का घर द्वारका उपनगरी के मैट्रों स्टेशन सेक्टर-12 में राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया। इस अवसर पर 250 बेघर के साथ-साथ वरिष्ठ नागरिक एवं बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर रैन बसेरा में सोने वाले बेघर मजदुरों के हौसले बढायें। इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री पासवान जी ने कहां कि बेघर लोगों के सपनों का घर सकार हुआ जिनको श्री ज्ञान गंगोत्री विकास संस्था एवं संस्था पदाधिकारीयों ने इस काम को करवाने में अपना पूरा योगदान दिया है।
संस्था के अध्यक्ष श्री अशोक कुमार सिंह ने कहा कि रैन बसेरा में सोने वाले नागरिकों को पहचान पत्र एवं स्वास्थ सुविधा के लिए दिल्ली सरकार से संपर्क किया जा रहा हैं। संस्था की उपाध्यक्ष रानी सिंह ने बताया कि इस रैन बसेरा को बनवाने में विभिन्न प्रकर की कटिनाईयों का सामना करना पडा है। संस्था की अध्यक्षा एवं वरिष्ट नागरिक निर्मल माता जी ने अपने विचार रखते हुए कहा कि इस रैन बसेरा को नशामुक्त रैन बसेरा बनाया जाएगा जो पूरे दिल्ली में साफ सुथरा रैन बसेरा साबित होगा। यहां पर किसी को बिडी सिगरेट एवं मदिरा का सेवन नहीं करने दिया जाएगा और मजदूर भाइयों को दिन प्रतिदिन जागरूक किया जाएगा कि आप लोग नशा मुक्त बने।
इस अवसर पर समाजसेवी सुशिल मलिक ने कहां कि संस्था का प्रयास होगा कि वरिष्ट नागरिक एवं गरीब असहाय बच्चों को इस रैन बसेरा में पढने का सुविधा मुहैया करायी जाए और संस्था द्वारा दिन में गरीब, असहाय बच्चों को पढाने की सुविधा उपलब्ध करायह जा रही है। द्वारका सिटी के संपादक श्री मुकेश सिन्हा जी ने अपने विचार में कहा कि आज जरूरत इस बात की है कि देश 65 साल कि आजादी देख रहा है लेकिन गरीबी महंगाई से गरीब बच नहीं रहा है और न ही उसको दो वक्त की रोटी दो सब्जी के साथ समय पर नसीब नहीं होता है। संस्था के महासचिव भाई बी.के.सिंह जी ने सभी गणयमान उपस्थित नागरिकों का स्वागत करते हुए बताया कि रैन बसेरा के पास 4 वृक्ष रोपण किया गया जिसमें दो पेड बर्गद का है और एक पेड पीपल का है और एक पेड नीम का है इस पर कुछ लोगों ने एक प्रश्न किया कि भाई बी.के. इन पेडो से क्या साबित होता है इस पर संस्था के महासचिव भाई बी.के. सिंह ने बताया कि बर्गद के पेड के नीचे भगवान बुद्ध ने तपस्या की थी जिससे जैन धर्म का प्रचार प्रसार पूरे विश्व में हुआ और जैन समाज आज इस आर्दश मानते है और पीपल के पेड के पास शनी देव का वास होता है क्योंकि शनी देव खुश रहेगे तो हर काम सही तरीके से संपन होगा और पर्यावरण स्वच्छ रहेगा क्योंकि पीपल का पेड दूषित वातावरण को संमाप्त करता है और स्वच्छ वातावरण देता है नीम के पेड के पास मां शीतला देवी निवास करती है और उनके आगमन से मनुष्य को नया गति मिलता है जिससे मनुष्य दिन प्रतिदिन एक नई सोच ज्ञान से अपना दिन चर्या की व्यवस्था करता है जिसके पास जैसी सोच होती है वह मनुष्य वैसा काम करता है। इस अवसर पर वरिष्ठ नागरिक सी.पी.श्रीवास्तव, समाजसेवी श्रीमती सुधा, श्रीमती सुनीत, अभिजीत मंडल मैट्रो स्टेशन प्रबंधक, श्री विरेन्द्र कुमार चैधरी श्री मीना जी एवं स्वतंत्रता सेनानी श्री वी.डी.वर्मा जी ने कार्यक्रम में महाकवि चतुर्भुज जी का नाटक के बारे में सबको बताया और अपने विचारों को सभी के समाने प्रस्तुत किया।