अपार इंडिया ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशंस के रोहिणी कैंपस में वैश्विक शांति सम्मलेन का आयोजन किया गया, जिसमें शामिल यूएसए, फिलीपींस, सर्बिया, तुनिशिया आदि देशों के प्रतिनिधियों ने विश्व शांति के लिए सभी के भागीदारी की अपील की। आयोजन में श्री रामानुज मिशन ट्रस्ट एवं भारत विकास परिषद् युवा शाखा की सहभागिता रही।
वैश्विक शांति सम्मलेन में विभिन्न देशों से पधारे अतिथियों का स्वागत करते हुए दिल्ली के पूर्व महापौर महेश चंद्र शर्मा ने कहा कि भारत एक शांतिप्रिय देश है, जिसने विश्वजगत को सत्य एवं अहिंसा का संदेश दिया। वर्तमान दौर में विभिन्न देशों में व्याप्त अशांति एवं संघर्ष के लिए साफ तौर पर सामाजिक-आर्थिक विषमता एवं नैतिकता का पतन मुख्य कारक नजर आता है। लिहाजा वक्त रहते संभल जाना बेहद जरूरी है।
सम्मलेन की अध्यक्षता करते हुए भारत विकास परिषद के राष्ट्रीय संयोजक (मीडिया) एवं अपार इंडिया ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशंस के फाउंडर चेयरमैन राजकुमार जैन ने कहा कि ‘वसुधैव कुटुंबकम्’ की भावना रखने वाले देश भारतवर्ष की विश्वशांति स्थापना में अग्रणी भूमिका रही है। हमें वैश्विक स्तर पर सत्य, अहिंसा एवं मानवीय मूल्यों के समन्वय से शांति की स्थापना और भाईचारे को बढ़ावा देना होगा।
यूएसए से पधारी कॉलेज ऑफ एजुकेशन एंड ह्यूमन डेवलपमें, वाशिंगटन डीसी की प्रोफेसर डॉ. एल्वि ड्युरा ने महिलाओं के सशक्तिकरण पर जोर देते हुए कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण से सामाजिक-आर्थिक विकास में मदद मिलती है और शांति और सुरक्षा के पहलुओं पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। फिलीपींस से पधारे एशियन नोबेल प्राइज कहे जाने वाले अत्यन्त प्रतिष्ठित सम्मान ‘गुसी पीस प्राइज’ इंटरनेशनल के यूथ अफेयर्स चेयरमैन मिक्को गुसी ने शांति की स्थापना में युवाओं की अहम भूमिका बताते हुए कहा कि युवा सामाजिक न्याय एवं शांति के केंद्र बिंदु हैं। वे अपनी क्षमता एवं कार्यकुशलता का बेहतर उपयोग शांति की स्थापना में कैसे कर सकते हैं, इस पर उन्हें गंभीरता से विचार करना होगा। इसमें विश्व के सबसे युवा देश भारत से अत्यधिक अपेक्षाएं हैं।
फिलीपींस के गुसी पीस प्राइज इंटरनेशनल के ट्रस्टी बोर्ड सदस्य ग्लाडी गलोय मबिनी ने व्यक्तिगत एवं सामूहिक जिम्मेदारी अपनाने पर जोर देते हुए कहा कि हमें अपने दिन-प्रतिदिन के जीवन में शांति स्थापना के लिए प्रयासरत रहना चाहिए। इसमें मीडिया की भी अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका है। अटलांटा यूएसए से पधारी वर्ल्ड कॉन्स्टिट्यूशन एंड पार्लियामेंट एसोसिएशन की जनरल सेक्रेटरी डॉ. युगेनिअ एल्मंड ने शांति स्थापना के लिए लोगों में संवाद, सद्भावना एवं भाईचारे की भावना बढ़ाने की बात कही।
होनोलुलु, हवई से पधारे आईपीआरए कमीशन ऑन इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स के को-कन्वीनर जॉर्ज केंट ने कहा कि स्थायी शांति के लिए हमें समस्त मानव जाति के मानवाधिकार व बुनियादी स्वतंत्रता के सम्मान को बढ़ाना देना होगा। श्री रामानुज मिशन ट्रस्ट केे ट्रस्टी वरदन चंदर ने विश्वशांति के लिए ट्रस्ट के प्रयासों पर प्रकाश डालते हुए सामाजिक एवं स्वयंसेवी संस्थाओं को छोटे स्तर पर भी जिम्मेदारी लेने की आवश्यकता बतलायी। अपार इंडिया ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशंस के डॉयरेक्टर प्रा.े अपार जैन ने सभी अतिथियों का आभार जताया।