युवाओं एवं बच्चों में नशे की बढ़ती प्रवृति को रोकने के लिए कार्यक्रम किया गया

युवाओं एवं बच्चों में नशे की प्रवृति को यदि रोकना है तो सरकार के साथ-साथ स्वयं सेवी संस्थाओं को भी आगे आना होगा।  द्वारका उपनगरी के मेट्रो स्टेशन सेक्टर -12 के रेन बसेरा में ओ.एन.जी.सी., एन.टी.पी.सी., आई.ए.एम.एस., मद्य निषेध निदेशालय, दिल्ली सरकार एवं श्री ज्ञान गंगोत्री विकास संस्था के संयुक्त तत्वधान में विश्व नशा मुक्ति दिवस 26.06.2013 के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में लगभग 2000 महिलाओं बुजुर्गो, युवाओं एवं बच्चों ने बढ-चढ कर भाग लिया बच्चों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रम ने दर्शाकों को खूब लुभाया। जरूरत है ऐसे कार्यक्रम को हर जगह करने की इस कार्यक्रम में जन प्रतिनिधि, समाजसेवी तथा बुद्विजीवि नागरिकों ने कार्यक्रम की प्रशंसा की क्योंकि नशा आज युवा पीढ़ी को अपने गिरफ्त में ले रहा है। यह नशा मीठे जहर की तरह काम करता है। यदि इसे जल्दी नही रोका गया तो भावी पीढ़ी पथ भ्रष्ट हो जायेगी। इसलिए आज युवा एवं बच्चों में नशे की प्रवृति को रोकने के लिए स्वयं सेवी संस्थाओं को आगे आना होगा तभी हम नशा मुक्त समाज की परिकल्पना कर सकते हैं। उक्त विचार प्रोफेसर हंसराज सुमन ने अपने अध्यक्षीय भाषण में वे श्री ज्ञान गंगोत्री विकास संस्था द्वारा विश्व नशा मुक्ति दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे।

प्रो. हंसराज सुमन ने आगे अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि नशे की प्रवृति आज देश में छोटे-छोटे युवाओं एवं बच्चों में बढ़ रही है। यदि स्कूली स्तर पर बच्चों एवं युवाओं को नशे के विषय में नही बताया गया तो यही युवा एवं बच्चे धीरे-धीरे नशे की ओर बढ़ने लगेगें। आज सड़कों के किनारे बेसहारा युवा और बच्चे पड़े रहते हैं उनमें नशे की लत ज्यादा देखी जा सकती है। यही युवा एवं बच्चे स्कूल और विश्वविद्यालय न जाकर फ्लूड व इन्जेक्शन के द्वारा ड्रग्स का इस्तेमाल करते हैं। जो धीरे-धीरे उनके शरीर को खोखला कर देता है। जिससे वे नशे की इस लत से बाहर नही निकल पाते हैं। इसलिए आवश्यकता है कि सरकार के सहयोग से स्वंय सेवी संस्थाओं को नशा मुक्तजन जागरूकता अभियान चलाना पड़ेगा और दिल्ली जैसे महानगर को नशा मुक्त बनाना होगा। आगे प्रो. समन ने कहा कि हमारे देश के मंत्री नेता और बडे पदाधिकारी काम करने वाले स्वयं सेवी संगठन को समानित नहीं करते और नाहीं उनकों काम करने का मौका देते है कुछ ऐसे संगठन है जो मंत्री और पदाधिकारी के इशारे पर चलती है इससे नशामुक्त समाज नहीं बन सकता है आज जरूरत है गली, मौहला एवं कची कलोंनी में रहने वाले मजदूर लोंगो को जागरूक करने का। तब जाकर हम इस काम में सफल हो सकेंगे।

बिशिष्ट अतिथि अवर सचिव अम्बरिश कुमार ने कहा कि नशा आज संक्रमक बीमारी की तरह तेजी से समाज को खोखला कर रहा है। इस जहरीले सेवन से घर परिवार की बर्वादी होती है साथ ही शारीरिक तथा मानसिक क्षति होती है। समाज में व्यक्तित्व पर भी असर पड़ता है। यह लत न केवल व्यक्ति बल्कि पूरे समाज को भी प्रभावित करती है। उन्होंने कहा कि ओ.एन.जी.सी. एवं एन.टी.पी.सी. से में गुजारिश करूगां कि बडी एन.जी.ओ. के वजह से छोटे समाजसेवी संगठन ज्यादा ही सक्रिय होकर काम करती है और इनके प्रचार-प्रसार से ज्यादा लोगों तक इसका असर पड़ता है आज के कार्यक्रम में द्वारका उपनगरी के 50 लोगों ने नशामुक्त होने का जो संकल्प लिया यह अपने आप में बहुत ही सराहणीय है।

कार्यक्रम में महिलाओं की संस्था एसोसिएशन आफ लेडिज गेट-2 गेदर की अध्यक्षा सिसली कोडियान एवं उर्वी विक्रम चेरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं पूर्व संयुक्त निदेशक पुलिस डा. यू.एन.वी.राव ने कहा की भाई भरत कुमार ने द्वारका उपनगरी में इस कार्यक्रम आयोजित कर यह साबित कर दिया है कि समाज में अच्छे लोंगो की कमी नहीं है परन्तु धन के अभाव में इनका लक्ष्य अधूरा रह जाता है। आज जो लोग ड्रग्स के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के नशा का सेवन करने वाले व्यक्ति श्री ज्ञान गंगोत्री विकास संस्था एन.जी.ओ. के प्रचार-प्रसार के असर इनके उपर पड़ा है। मैं ओ.एन.जी.सी. एवं एन.टी.पी.सी.के पदाधिकारियों से भविष्य में इस संस्था को अनुदानित करने का अनुरोध करूगां। सिसली कोडियान ने कहा कि जो महिलाएं अपने काम में लगी रहती है वे इस कार्यक्रम में सुबह-सुबह अपना समय दिया है मैं इनको धन्यवाद देती हूँ। द्वारका सिनियर सिटिजन एसोसिएशन के अध्यक्ष एस.पी.राय एवं महासचिव एस.पी.रस्तोगी ने सैकड़ों नागरिकों के साथ इस कार्यक्रम में भाग लिया और बताया कि श्री ज्ञान गंगोत्री विकास संस्था एक मात्र एन.जी.ओ. ऐसी है जो लग्न और हिम्मत के साथ द्वारका में इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किया है।

संस्था के कानूनी सलाहकार एवं बिहार सरकार के वरिष्ठ अधिवक्ता श्री ललन तिवारी ने कहा कि मैं ओ.एन.जी.सी. एवं एन.टी.पी.सी. को धन्यवाद देता हूँ कि संस्था के निवदेन पर विचार किया एवं इस तरह का कार्यक्रम कराने के लिए अपना सहयोग संस्था को दिया।

श्री ज्ञान गंगोत्री विकास संस्था ने विश्व नशा मुक्ति जागरूकता कार्यक्रम से पूर्व क्षेत्र में लड़कियों व स्कूली बच्चों के द्वारा एक विशाल नशा मुक्ति रैली निकाली गई। यह रैली मधु विहार, राजापुरी, भरत विहार, मटियाला ज.जे.कलोनी से सेक्टर-4, 5, 11 व 12 होते हुए सेक्टर-12 मेट्रो स्टेशन पर पहुचते ही लोगों तालियों की गडगडाहट से इनका स्वागत किया। इस रैली में बच्चों ने ओ. एन. जी. सी. एवं एन.टी.पी.सी. द्वारा प्रायोजित टी-शर्ट पहनी हुई थी, साथ ही बच्चों ने हाथों में नारे लगी हुई पट्टिकायें व बैनर लिए हुए थे। तक्खतियों पर लिखा हुआ था कन्या भ्रूण हत्या खत्म करो, लड़की पढ़ेगी, आगे बढ़ेगी, साक्षर होकर देश का नाम रौशन करेगी। लड़कियों की सुरक्षा हमारा कत्र्तव्य है। नशा नही यह मौत है इसे मत पीयो। जिसने पी दारू, वो हुआ बेकाबू। मदिरा नही पुस्तकालय चाहिए, हमें अच्छा परिवार चाहिए आदि स्लोगनों को लेकर ये बच्चे गली-गली यह संदेश दे रहे थे और इन बच्चों को घरों से निकल कर बुजुर्ग महिलाएं तथा वरिष्ठ नागरिक इन्हें अपना आशीर्वाद दे रहे थे।

बच्चों की इन भावनाओं से प्रेरित होकर नशा मुक्ति जागरूकता कार्यक्रम में जब प्रो. हंसराज सुमन से नशा मुक्ति पर अपने विचार रखे। उन्होंने संस्था के महासचिव से यह प्रस्ताव रखा कि अपने क्षेत्र में एक सर्वे करें जिसमें यह पता लगाया जाय कि कितने परिवार नशा से ग्रस्त हैं। साथ ही कितने परिवार ऐसे हैं जो पति-पत्नी के संबंधों को समझ नही सके और नशे के कारण अपने परिवार को छोड़कर जीवन तबाह कर लिया है। इतना कहना था कि लगभग 50 लोगों ने मंच पर आकर यह शपथ ली कि वे आज से जीवन पर्यान्त कभी भी नशे का सेवन नही करेंगे और अपने साथियों को सलाह देगें कि नशा करना एक सामाजिक अपराध है। इसके पश्चात कुछ महिलाओं ने अपने परिवार की आप बीती सुनायी। संस्था के महासचिव ने उन्हें आश्वासन दिया कि क्षेत्र में किसी भी प्रकार की नशे को बर्दाश्त नही किया जायेगा। यदि इस कार्य के लिए पुलिस व सरकार की मदद लेने में पीछे नही हटेंगे। अपने क्षेत्र को एक आदर्श नशा मुक्त क्षेत्र घोषित करा कर ही दम लेंगे।

संस्था के महासचिव श्री बी. के. सिंह ने कहा कि हमें क्षेत्र से पूरी तरह नशे को समाप्त करना है। इसमें हमें भाईयों के साथ-साथ माता-बहनों का भी साथ लेना होगा। यदि हमारी माता-बहने यह प्रण ले ले कि परिवार से नशे को समाप्त कराना है तो वे अपने पति भाई व बच्चों को नशे के दुश्परिणामों से बचाना होगा। उन्होंने कहा कि हमें दिल्ली को नशा मुक्त बनाना है। साथ ही हमें सुरक्षित दिल्ली बनाना है। तभी हम देश की भावी पीढ़ी को नशे से रोक पायेंगे।

कार्यक्रम में बच्चों ने नशा मुक्त से संबंधित एक नुक्कड़ नाटक भी प्रस्तुत किया। यह नाटक संदेश दे रहा था कि यदि नशे को शीघ्र ही नही रोका गया तो आने वाली पीढ़ी इस मीठे जहर से बच सकें। इसके अतिरिक्त संस्था के सलाहकार संतोष कुमार पटेल ने मद्य निषेध निदेशालय दिल्ली सरकार को सहयोग के लिए बधाई दिया और कहा कि इस क्षेत्र में ओ.एन.जी.सी. एवं एन.टी.पी.सी. के सहयोग से आयोजित कार्यक्रम बहुत ही सराहनीय रहा। अनेक वक्ताओं ने जिसमें संस्था के उपाध्यक्षा कुमारी रानी सिंह, श्री मदन मोहन विद्यार्थी, मेम्बर डी.सी.पी.सी. आर. समाजसेवी रिना, दिनेश कुमार, शिवनाथ यादव, लवली मिश्रा, नेहा कुमारी, अबदुल, ताहिरा, बबली, रामधनी गौतम, नन्हे सिंह और द्वारका उपनगरी से द्वारका परिचय, रडियों द्वारका, जागरण सिटी, साउथ-वेस्ट सिटी एवं दैनिक जागरण पश्चिमी दिल्ली के वरिष्ठ पत्रकार गौतम मिश्रा जी ने कार्यक्रम में भाग लिया। संस्था समस्त द्वाकरा निवासी को धन्यवाद देती है।