सचिन को सर की उपाधि देने हेतु इंग्लैण्ड की महारानी का पत्र मिला

इंग्लैण्ड की महारानी ने बकिंघम पैलेस से श्री डोगरा को पत्र का जवाब देते हुए भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर को सम्मानित करने की सिफ़ारिश को सराहा है। और इंग्लैण्ड की महारानी ने सकारात्मक रवैया अपनाते हुए इस विषय पर विचार करने के लिए श्री डोगरा के पत्र को संबधित कार्यालयों को भेज दिया है। गौरतलब है कि सन 2008 में भारतीय दौरे पर आए, तत्कालीन ब्रिटिश प्रधानमन्त्री जॉर्डन ब्राउन ने भी भारत के इस महानत्तम बल्लेबाज को सर जैसी उपाधि देने की सिफ़ारिश की थी।

इसी मुद्दे को लेकर श्री डोगरा ने 13 अप्रेल, 2012 को ही आई सी सी के अध्यक्ष, बी. सी. सी.आई. के अध्यक्ष, खेल मंत्री, भारत के राष्ट्रपति, प्रधानमन्त्री , सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायधीश समेत विभिन्न राज्यों के क्रिकेट बोर्ड अध्यक्ष को भी सचिन को उक्त पुरुस्कार प्रदान करने हेतु सुझाव भरे पत्र लिखे थे। परन्तु आज तक इस विषय पर किसी ने भी जवाब देना भी वाजिब नहीं समझा। यदि सचिन जैसे महान खिलाड़ी को इस गौरवशाली सम्मान से वंचित रखा जाता है तो युवा खिलाड़ियों को देश के लिए उपलब्धियां हासिल करना कोई मायने नहीं रखेगा। इसीलिए लगभग 130 करोड़ की आबादी वाले मुल्क, ओलिम्पिक खेलों में मात्र एक स्वर्ण पदक जुटाने में भी सक्षम नहीं है।

गौरतलब है कि भारत के महान क्रिकेट खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर को भारत रत्न व सर जैसी प्रतिष्ठित उपाधि से सम्मानित करवाने हेतु खेलप्रेमी एस.एस. डोगरा ने 13 अप्रेल,2012 को इंग्लैण्ड की महारानी, आई सी सी के अध्यक्ष, बी. सी. सी.आई. के अध्यक्ष, खेल मंत्री, भारत के राष्ट्रपति, प्रधानमन्त्री , सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायधीश समेत विभिन्न राज्यों के क्रिकेट बोर्ड अध्यक्ष को भी सचिन को उक्त पुरुस्कार प्रदान करने हेतु सुझाव भरे पत्र लिखे थे। वहीं भारत के महान क्रिकेट खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर के जन्म दिवस 24 अप्रैल,2012 को खेलप्रेमियों द्वारा एस.एस. डोगरा के नेतृत्व में जन्तर मन्तर, दिल्ली पर एक दिन की भूख हड़ताल का आयोजन किया गया था। यह सचिन को भारत रत्न व सर जैसी प्रतिष्ठित उपाधि से सम्मानित करवाने का प्रयास था।

आप निम्न वेब लिंक के माध्यम से भी 24, 2012 अप्रेल को आयोजित भूख हड़ताल की खबरें देख सकते है।

news-of-hunger-strike-for-sachin.html