पोषण एवं प्राकृतिक स्वास्थ्य विज्ञान संघ के तत्वावधान में आज संघ की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. निक्की डबास की अध्यक्षता में दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित एक भव्य समारोह में स्वास्थ्य एवं पर्यावरण के क्षेत्र में सराहनीय सेवाओं ओर उल्लेखनीय योगदान देने वाले चिकित्सकों ओर पर्यावरणविदों को राष्ट्रीय स्वास्थ्य सम्मान से सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि दिल्ली मेडिकल कॉंसिल के रजिस्ट्रार डॉ. गिरीश त्यागी ने दिल्ली के मशहूर न्यूरो थैरेपिस्ट डॉ. विनीत दयानंद वत्स को उनकी विशेष बाल चिकित्सा कल्याण के क्षेत्र में किए जा रहे महत्वपूर्ण योगदान के लिए शाल, स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र भेंटकर सम्मानित किया। डॉ. विनीत वत्स उत्तरी और पश्चिमी दिल्ली क्षेत्र में मानसिक रुप से कमजोर और अक्षम बच्चों के पुनर्वास के लिए पिछले चार वर्षों से चिकित्सा रत हैं। डॉ. विनीत वत्स समाज के कमजोर और वंचित वर्ग के बच्चों को नि:शुल्क अपनी सेवाएं देते आ रहे हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य सम्मान से सम्मानित होने पर डॉ. विनीत वत्स ने कहा कि अकेले दिल्ली क्षेत्र में ही विभिन्न मानसिक विकारों से ग्रस्त हजारों बच्चे हैं जिन्हें न्यूरो थैरेपी की आवश्यकता है। लेकिन अभिभावकों में जागरूकता की कमी के चलते वे ये मानने को ही तैयार नहीं होते कि उनके बच्चे में कोई कमी है। यदि वे समय रहते अपने बच्चे को चिकित्सक को दिखाऐं तो उनका इलाज संभव है.ओर वे बच्चे भी सामान्य बच्चों की तरह अपना जीवन जी सकते हैं। भारत में लाखों ऐसे बच्चे हैं जो अभिभावकों में जागरूकता न होने का खामियाजा जिंदगी भर ढोते हैं। आजकल ऐसे बच्चों को स्पेशल चिल्ड्रन कहा जाता है। मुख्य अतिथि डॉ. गिरीश त्यागी ने अपने संबोधन में कहा कि मनुष्य को स्वास्थ्य लाभ के लिए प्रकृति की शरण में जाना होगा और सात्विक पोषण द्वारा अपनी दिनचर्चा व्यवस्थित करनी होगी।
इस मौके पर डा. भागवत राजपूत, गुरप्रीत कौर चड्ढा, डा. सौम्या हिंदुजा, डा. गोपाल ढाकल, उपकार सरदाना को भी सम्मानित किया गया। इस अवसर पर डा. बलदेव सिंह बेदी, डा. सुरेन्द्र डबास, रणवीर गहलोत, श्री कलीराम तोमर , डा. दिनेश उपाध्याय. डा. आर. के सिंह, श्री कमल टावरी, डा. राम अवतार ओर बडी संख्या में चिकित्सक उपस्थित थे।