‘‘कॉमेडी नाइट्स विद कपिल’ के बाद उपासना सिंह इन दिनों एंड टीवी पर भक्ति और दैवत्व की गाथा के माध्यम से ‘संतोषी मां‘ की कहानी को में भी अहम् किरदार को निभा रही हैं। इसके अलावा एक नाटक ‘‘चटपटी बुआ का स्वयंवर’ करने जा रही हैं।
कपिल शो के बाद में इन दिनों ‘संतोषी मां’ नामक सीरियल में काम कर रही हैं,इसके बारे में बताये ?
यह शो सोशियो-माइथोलाॅजी कहानी पर आधारित है। शो में मेरा नकारत्मक किरदार है, यह देवी संतोषी और उनकी भक्त संतोषी के खिलाफ है। लेकिन इसकी कहानी की प्रस्तुत दर्शकों को लुभा रही है।
वर्तमान में आपकी पहचान एक हास्य अभिनेत्री के रूप में बन चुकी है,तो लीक से हटकर किरदार निभाना एक चुनौती नहीं था ?
जी हाॅ, फिल्म लोफर में मैंने शक्ति कपूर के साथ पहली बार कॉमेडी रोल किया था। लोफर के हिट होने के बाद मेरी दूसरी हिट फिल्म ‘‘जुदाई’ थी उसमें मेरा अब्बा डब्बा झब्बा डायलॉग आज तक मशहूर है। इसके बाद मैंने करीब एक दर्जन फिल्मों में कॉमेडी की होगी। अब मेरे पर हास्य किरदार का ठप्पा लग गया। ‘संतोषी मां’ में अब नकारत्मक को निभा रही हॅू,ये एक चुनौती तो है,लेकिन मेरा कहना था कि मैं हर बार डिफरेन्ट किरदार करना चाहती हूं।
आप अब किन किन शो में काम कर चुके है ?
मिसिस कौशिक की पाँच बहुएँ,सोनपरी में काली परी के रूप मे, इश्क दा कलमा,फिल्मी जिंदगीं,
फिर भी दिल है हिंदुस्तानी,के अलावा पिंकी बुआ के रूप में कपिल के साथ कॉमेडी नाइट्स कर चुकी हॅू।
इस नाटक को लेकर आपका क्या कहना है?
मैं बचपन से ही स्टेज पर डांस करती आ रही हूं। मैंने ड्रामा में ही एमए किया है। साथ ही क्लासिक में मैंने कथक डांस की बाकायदा तालीम ली है। दूसरे मैं स्टेज पर होने वाले नाटक या यूथ प्रोग्राम में हमेशा फस्र्ट आया करती थी। मैं पढ़ने में जितनी सुस्त थी स्टेज पर उतनी चुस्त हुआ करती थी।
फिल्मों में व्यस्त हो जाने के बाद स्टेज पर काम करना जारी था या बंद था?
स्टेज का मजा कुछ और ही होता है इसलिये मुझे बीच में जब भी अवसर मिलता तो मैं स्टेज शेयर कर ही लिया करती थी। मुझे याद है विदेश के बाद मैंने स्टेज पर महा सती द्रौपदी किया था, इसके बाद रसिक मछुआरन भी काफी अच्छा स्टेज शो था। दूसरे मैंने वही शोज किये जो नायिका प्रधान हुआ करते थे। अब जैसे मौजूदा शो चटपटी बुआ का स्वयंवर में भी मैं लीड कर रही हूं।
आपको नहीं लगता कि इस नाटक का टाइटल कपिल के कॉमेडी शो पर आधारित है?
बेशक यहां भी बुआ शादी के लिये मरी जा रही हैं लेकिन यहां बुआ एक राज कुमारी है और पुराने जमाने की तरह यहां भी मेरे राजा पिता मेरे लिये एक स्वयंवर रचाते हैं जहां पंजाब, यूपी, चेन्नई आदि राज्यों के राजा आमंत्रित हैं और बाद में किस प्रकार वह स्वयंवर फनी होता चला जाता है।एक वक्त जब आप एक्शन फिल्में किया करती थीं।
एक्शन से कॉमेडी में कब और कैसे आना हुआ?
बेशक उन दिनों मैं एक्शन फिल्में इतनी ज्यादा किया करती थी कि उन दिनों मीडिया ने मेरा नाम लेडी अमिताभ रख दिया था। इसके बाद मैंने राजस्थानी इमोशनल फिल्म ‘‘बाई चाली सासरिया’ की थी आज तक राजस्थान में उससे बड़ी हिट कोई फिल्म नहीं हुई। उस इमोशनल फिल्म के पोस्टर्स पर लिखा होता था राजस्थान की मीना कुमारी। मेरी पहली कॉमेडी फिल्म थी ‘‘लोफर’। बेशक उन दिनों मैं रीजनल फिल्मों की हीरोइन हुआ करती थी। लोफर में मैंने शक्ति कपूर के साथ कॉमेडी रोल किया था। उस वक्त लोगों ने मुझे कहा भी था कि अच्छे खासे मुख्य किरदार निभा रही हो फिर करेक्टर करने की क्या जरूरत है,
टीवी जगत के सबसे हिट शो कॉमेडी नाइट्स विद कपिल पर क्या सोचती हैं?
यह जरूर है कि मैं अपने उस ग्रुप को जरूर मिस करूंगी जिनके साथ मैंने दो ढाई साल लगातार यह शो किया।