अच्छे दिन आने वाले हैं
एस एस डोगरा
गत वर्ष स्वतंत्रता दिवस के समय मुझे भी अपने कुछ मित्रमंडली के साथ काठमांडू, नेपाल की यात्रा करने का सुअवसर मिला था जोकि मेरी पहली विदेश यात्रा थी. आज ही पता चला की हमारे वर्तमान प्रधानमंत्री आदरणीय श्री नरेंदर मोदी जी भी सोमवार को नेपाल यात्रा पर जा रहे हैं. उसी यात्रा पर मैंने भी व्यक्तिगत रूप से, प्रधानमंत्री जो को अपनी विशेष यात्रा सम्बन्धी कुछ विचार प्रेषित किए हैं ताकि भावी यात्रा से दोनों देशों के बीच आपसी संबंधों में मधुरता आए. वैसे 1997 में तत्काल प्रधानमंत्री श्री इंद्र कुमार गुजराल के बाद नेपाल की किसी ने भी यात्रा नहीं की. भूटान, ब्राजील आदि देशों की यात्रा करने के बाद थोड़े से समय में हमारे प्रधानमंत्री ने भारत को विश्व स्तर पर मैत्री देश वाली छवि ने पुरे जगत को प्रभावित किया है.
मुझे वो दिन सोचकर आशचर्य होता है कि दुनिया का सबसे शक्तिशाली राष्ट्र इन्ही नरेंदर मोदी जी को अमेरिका का वीजा देने पर प्रतिबन्ध लगाये बैठा था. आज उसी राष्ट्र के जॉन केरी तथा बराक ओबामा उन्हें सितम्बर में अपने देश की धरती पर उनके चरण कमल के इंतजार में पलके बिछाएं बैठे है. प्राचीन कहावतों पर यकीं कोई करे न करे लेकिन आम जीवन इनका महत्त्व जरुर है. इसी कहावत पर नजर डाले “अब आया ऊंट पहाड़ के निचे…” जी हाँ जिन्दगी की दौड़ में जो कभी सौतेले व्यवहार का खामियाजा में धूमिल थे वे अपने मजबूत इरादे पर अडिग रहे और जमाना जिन्हें कमतर आँका करता था आज रेड कारपेट पर इंतजामात करने में जुटा है. इसी लिए कहा है दोस्तों तेल देखो तेल की धार देखो.सच में लगता है अच्छे दिन आने वाले हैं