अखिल भारतीय स्वतंत्र पत्रकार एवं लेखक संघ, नई दिल्ली के वरिष्ठ राष्ट्रीय महासचिव गांधीवादी विचारक और चिंतक दयानंद वत्स ने केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री वैंकैया नायडू को पत्र लिखकर उनसे मांग की है कि इस साल का दादा साहेब फालके अवार्ड मशहूर चरित्र अभिनेता रजा मुराद को दिया जाए। श्री वत्स ने कहा कि रजा मुराद ने पिछले चार दशकों से सैंकडों फिल्मों में विभिन्न किरदारों में अपने अभिनय के जौहर दिखलाए हैं। रजा मुराद फिल्म इंडस्ट्री के मजबूत स्तम्भ के रुप में हर उतार चढाव में सुख दुख में सबसे आगे खडे दिखाई देते हैं। राष्ट्रीय एकता, अखंडता और सांप्रदायिक सौहार्द के क्षेत्र में भी रजा मुराद का योगदान सर्वोपरि रहा है।
श्री वत्स ने कहा है कि रजा मुराद भारत की गंगा जमुनी तहजीब की जीती जागती मिसाल हैं और वे अभिनय के साथ-साथ राष्ट्र निर्माण के हर मुद्दे पर बेबाकी से अपनी राय भी देते हैं। इन दिनों वे महिला सशक्तिकरण के लिए प्रधानमंत्री के बेटी बचाओ बेटी पढाओ अभियान से भी जुडे हुए हैं।
अपनी दमदार आवाज के धनी रजा मुराद ने बेशक खुंखार विलेन के रोल किए हों लेकिन असल जिंदगी में वे एक बेहतरीन इंसान और सामाजिक सरोकारों से जुडे चरित्र अभिनेता हैं। उनके पिता मुराद भी एक महान.चरित्र अभिनेता रहे हैं। अभिनय उन्हें विरासत में मिला है। श्री वत्स ने मंत्री जी को.लिखा है कि रजा मुराद को दादा साहेब फालके अवार्ड दिए जाने से इस पुरस्कार का ही मान बढेगा।