उत्तर प्रदेश के वसुंधरा सेक्टर एक ” स्ट्रीट चाइल्ड स्कूल ” गाजियाबाद में रविवार 30 जून , 2019 को , RJS आरजेएस राम जानकी संस्थान नई दिल्ली की 77 वीं सकारात्मक बैठक में भारत रत्न डॉ विधानचंद्र राय , प्रसिद्ध कवि बाबा नागार्जुन को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। साथ ही स्थानीय व्यक्तित्व स्वर्गीय मिश्री लाल और संतलाल जी को श्रद्धांजलि दी गई। यह बैठकें भारत में सकारात्मक पत्रकारिता और भारत को सकारात्मक बनाने का अभियान RJS आरजेएस के राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना जी की प्रेरणा से देश के 22 राज्यों के पत्रकार और समाजसेवी मिलकर चला रहे है। बैठक के आयोजक आरजेएस स्टार दीनदयाल एवं रेशम दयाल रहे जबकि सहयोगी भूदत्त गोयल रहे। बैठक में आरजेएस पॉजिटिव मीडिया से जयप्रकाश श्रीवास्तव , आकाश , विनोद अकेला , नेहा गोयल , पूजा गर्ग , समाजिक कार्यकर्ता राजेंद्र कश्यप और स्ट्रीट चाइल्ड स्कूल के दर्जनों बच्चों ने हिस्सा लिया।
बैठक की शुरुआत डॉ विधानचंद्र राय और बाबा नागार्जुन को श्रद्धांजलि के साथ हुई। इस अवसर पर ” डे नाईट इंडिया ” टीवी के संपादक और आरजेएस स्टार श्री दीन दयाल ने कहाकि डॉ राय बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे और देश में स्वाथ्य के क्षेत्र में अग्रणीय कार्य किया इसके चलते उनके निधन के पश्चात् भारत सरकार ने उनके योगदान को देखते हुए भारत रत्न की उपाधि से नवाजा और उनके नाम से डाक टिकट भी जारी किया गया। इतना ही देशभर में एक जुलाई को जो ” चिकित्सा दिवस ” मनाया जाता है वो भी उन्हें समर्पित है। श्री दयाल ने कहाकि डॉ राय बंगाल के पहले मुख्यमंत्री थे और उनके समाजसेवा और उल्लेखनीय कार्यों की बदौलत उन्हें ” बंगाल का मसीहा ” कहा गया है। उन्होंने अपने कार्यकाल में कई अस्पताल खोले जिनका समाज के हर वर्ग को लाभ मिला और यही उनकी सकारात्मकता है। बैठक में कवि बाबा नागार्जुन को भी श्रद्धांजलि देते हुए आरजेएस पॉजिटिव मीडिया से जयप्रकाश श्रीवास्तव ने कहाकि वे मैथली भाषा के अंतिम कवि थे और प्रगतिशील विचारधारा के साहित्यकार और कवि थे।
आरजेएस स्टार रेशामदयाल ने बाबा नागार्जुन के बारे में बताया कि वह कई भाषा के ज्ञाता थे उनका असली नाम वैद्यनाथ मिश्र था मगर बाद में उनकी कविताएं और साहित्य बाबा नागार्जुन के नाम से ही जनता के बीच आएं। उन्होंने सीधा -सीधा जनता की व्यथा और समाजिक कुरित्यों और सरकार पर प्रहार जारी रखा। बैठक में मौजूद युवा आकाश ने कहाकि सकारात्मकता आज देश की जरुरत है इसके लिए आप अकेले चलना शुरू कर देते है तो कारवां आपके पीछे -पीछे चल देता है। अंत में बैठक के सहयोगी भूदत्त गोयल और नेहा गोयल ने बैठक में आए सभी लोगों का धन्यवाद किया।