आरजेएस ने आईआई डब्ल्यू, यूके के सहयोग से “यूके में भारत का परचम”कार्यक्रम आयोजित किया

प्रवासी भारतीयों ने लन्दन में सांस्कृतिक राजदूतों की तरह ही नहीं कार्य किया बल्कि राजनीत में भी अपनी पैठ बनाई है।

राम-जानकी संस्थान पाॅजिटिव ब्राॅडकास्टिंग हाउस (आरजेएस पीबीएच) के संस्थापक व राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना ने बताया कि सकारात्मक भारत -उदय वैश्विक आंदोलन पिछले साल से प्रवासी भारतीयों के साथ संवाद कर दुनिया में सकारात्मक सोच का माहौल पैदा करने के लिए तत्पर है और गणतंत्र दिवस के बाद आगामी आजादी के अंतर्राष्ट्रीय महोत्सव में भी प्रवासी भारतीयों की युगल जोड़ियों को सम्मानित करने जा रहा है।

“यूके में भारत का परचम” विषय पर आरजेएस पीबीएच के 375 वें आभासी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सह-आयोजक और इंस्पायरिंग इंडियन वूमेन, यूके की निदेशक ने कहा कि लंदन में प्रवासी भारतीय अपनी प्रतिभा से आगे बढ़ रहे हैं,और बाधाओं को पार करते हुए हर क्षेत्र में योगदान दे रहे हैं। यहां आईआई डब्ल्यू महिला सशक्तिकरण में कार्य करते हुए अब मातृभूमि भारत को अपनी कर्मभूमि बनाने के लिए आरजेएस पीबीएच जैसी सकारात्मक मीडिया संगठन से जुड़े गई हैं।

 इंग्लैंड यूके से एमएस साइकोथेरेपी व काउंसिल डिप्टी डायरेक्टर और  टीवी एंकर अंतरा राकेश तल्लम ने अतिथियों का स्वागत और कार्यक्रम का संचालन किया।

विशिष्ट अतिथि काउंसलर आर्यन उदय अरेती उप महापौर आरबीकेसी, मध्य लंदन ने एक अप्रवासी छात्रा से एक प्रमुख राजनीतिक हस्ती बनने तक की अपनी प्रेरक यात्रा साझा की। उनका कहना था कि मानव सेवा ही सेवा है और केवल राजनीतिक इच्छा शक्ति से ही हम अपने क्षेत्र में सकारात्मक बदल ला सकते हैं। 

चेल्म्सफोर्ड सिटी यूके की उपमहापौर और काउंसलर स्मिता राजेश ने यूके में एक भारतीय महिला के रूप में अपनी चुनौती पूर्ण व्यक्तिगत और सफल राजनीतिक यात्रा का विवरण दिया। 

उनका कहना था कि राष्ट्रीय निर्णय लेने में भारतीय समुदाय की आवाज भी सुनिश्चित करने और भागीदारी बढ़ाने के लिए उन्होंने राजनीति में कदम रखा। आईसीसीआर में वरिष्ठ कार्यक्रम निदेशक सुनील कुमार सिंह ने कहा कि नेहरू केंद्र और यूके में भारतीय मिशन के साथ कार्यक्रम करने वाले आयोजकों और व्यक्तियों को सीधा संपर्क बनाए रखना चाहिए।

इंस्पायरिंग इंडियन वूमेन यूके की निदेशक और वेबीनार की सह आयोजक रश्मि मिश्रा ने बताया कि उनके संगठन का प्राथमिक मिशन भारत और यूके को जोड़ने वाले सेतु के रूप में कार्य करना है।  कार्यक्रम में टीफा 25 के सदस्यों के साथ-साथ आरजेएस पीबीएच न्यूज लेटर के अतिथि संपादक राजेंद्र सिंह कुशवाहा भी जुड़े। उन्होंने कहा कि अगला न्यूज लेटर 30 जून 2025 को प्रकाशित होगा।