SOCIAL DEVELOPMENT WELFARE SOCIETY द्वारा NATIONAL COMMISSION FOR WOMEN, INDIA के सहयोग से PALAM EXT. SEC-7 DWARKA में महिलायों के प्रजनन स्वास्थ्य सम्बन्धी अधिकारों पर दो दिवसीय कानूनी जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया . कार्यक्रम का सुभारम्भ पालम 360 पंचायत के प्रधान श्री किशन सोलंकी जी ने अन्य मुख्य मेहमानों के साथ दीप प्रज्वलित करके किया.कार्यक्रम में दोनों दिन लगभग दो सो महिला व पुरुषो ने भाग लिया. जिसमे विभिन्न RWAs, NGOs से आये प्रतिनिधि थे. वरिष्ट अधिवक्ता श्री खेम सिंह भाटी जी ने PNDT Act of 1996 or The Medical Termination of Pregnancy Act को बड़ी सरल भाषा में उपस्थित सभी को समझाया. संस्था अध्यक्ष श्री नरेश लाम्बा व श्रीमती परोमा भट्टाचार्य जी, मुख्य संवाददाता सिटी प्लस दैनिक जागरण ने कन्या भूर्ण हत्या व देश में पुरुषो कि अपेक्षा लगातार काम होती जा रही महिलायों की संख्या से समाज व महिलायों पर पड़ रहे बुरे प्रभाव के बारे में विस्तार से चर्चा की.
श्रीमती चारू जी कहा कि कार्यक्रम में महिलायों के विषय पर इतनी भारी संख्या में पुरुषो को भी देखकर उनको बड़ी ख़ुशी हुई है. हमारा अनुभव कहता हैं कि अधिकांश कन्या भूर्ण हत्या या लिंग जाँच के मामलों में या तो पुरुषो का ही दबाव होता हैं या अपने माता पिता व अन्य के साथ उनकी सहमती होती हैं. इसिलए अगर पुरुषो की मानसिकता कन्या भूर्ण हत्या के मामले में बदल जाये और लड़की के पैदा होने में सकारात्मक सोच अपना ले तो शायद कोई भी महिला गर्भपात नहीं करवाना चाहेगी. अगर गर्भपात ना करवाने के निर्णय में पुरुष या पति महिला का साथ दे तो महिलाये अन्य किसी के दबाव में नहीं आ सकती. इन मामलो में हमें पुरुष मानसिकता को बदलना होगा.
अन्य उपस्थित सभी वक्ताओ ने कन्या भूर्ण हत्या के दुष्परिणामों व इस सामाजिक बुराई को देश से समाप्त करने के लिए इसका बहिस्कार करने की अपील की. Sh Zile Singh , ACP PG Cell Delhi Police or SHO Dwarka South Sh. Suman Pushkarna Ji ने समाज में इसके बढ़ने के प्रमुख कारणों पर विचार व्यक्त करते हुए कहा कि इनमे सबसे बड़ा कारण लड़की कि शादी का खर्च हैं समाज से दहेज़ नमक शब्द को अब कन्या दान का रूप दे दिया हैं. Sh Muzaffar Ali Sahab, Supdt. Bhagidari Govt. of NCT. of Delhi ने बताया कि दिल्ली सरकार दुवारा चलायी जा रही लाडली योजना ने लडकियों के पालन पोषण व पढाई में बहुत बड़ा योगदान किया हैं. जिससे लडकिया माँ बाप पर बोझ होती हैं इस धरना को समाप्त करने में इस योजना ने बहुत बड़ी भूमिका निभाई हैं. भारत सरकार व अन्य सभी राज्यों में लडकियों कि पढाई निशुल्क की हुई है तथा बहुत सारी योजनाये चल रही हैं.
उपस्थित सभी महिलायों ने कहा कि हमने पहली बार इस तरह के कार्यक्रम में भाग लिया हैं और हमें बड़ा ही अच्छा लगा कि सरकार व संस्था महिलायों कि हितो के लिए कार्य कर रही है. इस प्रकार के कार्यक्रम होते रहने चाहिए जिससे समाज में महिलायों कि प्रति नजरिया बदले.