रजत जयंती वर्ष में अदिति महाविद्यालय बवाना के प्रांगण में आज तीसरे एलुमनाई मीट का भव्य आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि कॉलेज की प्राचार्या डॉ. ममता शर्मा ने 1997 में पहले बैच में उत्तीर्ण पूर्व छात्रा संत्रा वत्स को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। संत्रा वत्स कॉलेज में महिला सशक्तिकरण की बेहतरीन मिसाल बनीं। विवाह के कारण बीच में छूटी पढाई के 16वर्ष बाद अदिति कालेज में प्रवेश लेकर स्नातक की उपाधि लेने वाली संत्रा वत्स दिल्ली के ग्रामीण क्षेत्र की प्रथम गृहिणी छात्रा थीं। उनको प्रेरणा स्रोत मानकर बाद में सैंकडों महिलाओं ने अदिति कालेज से शिक्षा ग्रहण की और आज वे सभी आत्मनिर्भर हैं। संत्रा वत्स जब अदिति में पढ रही थीं तब उनकी तीनों बेटियां और पुत्र भी अध्ययनरत थे। बाद में एक बेटी रेखा वत्स ने अदिति और दो बेटियों ने मिरांडा हाउस से स्नातक परीक्षा पास की। संत्रा वत्स ने अपनी बेटियों को एम.ए. बी.एड कराया और तीनों बेटियां शिक्षिकाएं हैं। बेटी बचाओ, बेटी पढाओ के नारे को संत्रा वत्स ने साकार किया और बेटियों के साथ माँ ने भी दिल्ली विश्वविद्यालय से बी.ए की डिग्री प्राप्त की।
कालेज की प्राचार्या डॉ. ममता शर्मा ओर शिक्षिकाओं ने अपने कालेज की पूर्व छात्रा संत्रा वत्स के जजबे की सराहना करते हुए कहा कि वह सभी छात्राओं के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। संत्रा वत्स वर्तमान में नेशनल मीडिया नेटवर्क की संपादक हैं। एलुमनाई मीट की संयोजिका डॉ. रश्मि शर्मा के अनुसार इस मौके पर बडी संख्या में जिन पूर्व छात्राओं को सम्मानित किया गया वे आज शिक्षण और मीडिया के क्षेत्र में नाम कमा रही हैं। प्राचार्या डॉ. ममता शर्मा ने अपने संबोधन में पूर्व छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होने कहा कि इस वर्ष कॉलेज की सिल्वर जुबली हो रही है। अदिति की स्थापना का यह 25वां साल है। बवाना के.अदिति महाविद्यालय से पढकर हजारों छात्राएं जीवन के हर क्षेत्र में कार्यरत हैं।