दिक्कत दोपहर करीब 3 बजे शुरू हुई जब मुख्य तौर पर भूमिगत स्टेशनों पर ट्रेनें पटरियों पर ही खड़ी रहीं और शाम करीब चार बजे तक समस्या बनी रही। डीएमआरसी के अधिकारियों के मुताबिक वोल्टेज संबंधी समस्याओं के कारण ट्रेनों को धीरे-धीरे स्टेशन तक लाया जा सका। सर्वाधिक यात्रियों की भीड़ राजीव चौक और केंद्रीय सचिवालय स्टेशनों पर देखी गयी, जहां से यात्री अन्य मार्गों के लिए भी ट्रेन बदलते है। बातचीत के दौरान सिमरण नामक एक छात्रा का कहना था कि मेट्रो ने भी ब्लू लाईन का रास्ता चुन लिया है उसे लोगों की दुविधा से क्या लेना। द्वारका के सुनीत चौहान बताते है कि गाडी की रफतार कब धीमी पड जाये पता नही होता। जबकि नौएडा के इंजीनियर सरदार इन्द्रजीत का तर्क है रिठाला से दिलशाद गार्डन लाईन पर तीन बजे के बाद में गाडी चार से छः मिनट में गाडी का आना उनके तीन मिनट से पांच में गाडी के आने की पोल खोलता है।
मेट्रो का यात्रियों के साथ छलावा
June 7, 2011
problems and issues, Update
प्रेमबाबू शर्मा
मेट्रो रेल वाया मार्ग दिल्ली-गुड़गांव पर मंगलवार को करीब एक घंटे तक सेवाएं बाधित रहीं। सफर करने वाले यात्रियों को उस वक्त कठिनाइयों का सामना करना पडा जब बिजली आपूर्ति में समस्या के कारण ट्रेनें पटरियों पर खड़ी रहीं। जहांगीरपुरी से हुडा सिटी सेंटर को जोड़ने वाले 45 किलोमीटर लंब मार्ग (लाइन 2) पर ट्रेन सेवाएं बिजली आपूर्ति नहीं होने के चलते प्रभावित हो गयीं जिससे कई मेट्रो स्टेशनों पर हजारों यात्रियों की भीड़ लग गयी।