शिरोमाणि अकालीदल बादल के दिल्ली अध्यक्ष स.मंजीत सिंह जी.के. द्वारा घोषित कार्यकारणी की घोषणा पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए शिरोमाणि अकाली दल बादल दिल्ली के पूर्व महासचिव स.कुलदीप सिंह आनंद ने कहा कि पार्टी में बार बार उठ रही परिवर्तन की मांग को देखते हुए उनके द्वारा पार्टी हाईकमान को लिखे पत्रा से बौखला कर सरदार जी. क. ने अपने चापलूस को कार्यकारणी में पद देकर दिल्ली में शिरोमाणि अकालीदल बादल के होने की एक रस्म अदा की हैं ।
सरदार कुलदीप सिंह ने कहा कि शिरोमाणि अकाली दल के पुराने अनुशासित सिपाहियों व सरदार सुखवीर सिंह बादल के वफादार संगत की सेवा करने वालो को इस कार्यकारणी से दूर करके एस.जी.क. ने पार्टी को तोडने का काम किया है। जहां स.सरना ग्रुप व स.तरविंदर सिंह मारवाह ग्रुप हजारो की संख्या में सिख नौजवानों व सिख संगत को अपने साथ जोडने मे सफल हो रहे है। वही स.मंजीत सिंह जी.क अकाली दल व सरदार सुखवीर बादल का संदेश घर घर जा कर पहुंचाने वाले पार्टी के वपफादारो को पार्टी से अलग थलग करने में कोई कसर नही छोड रहे सरदार जीके के चापलुस ही उनका ओर शिरोमाणि अकाली दल बादल कों अलविदा कह कर चले जाने वालों में स.हरप्रीत सिंह राजा, स. जसवीर सिंह काका, जो पार्टी के एक निष्ठावान और सूझबूझ वाले नेता थे डीएसजीएमसी के बादल दल के लगभग सारे मेम्बर और बहुत सारे पार्टी के सीनियर नेता स. मंजीत सिंह जीके की गलत नीतियों व तानाशाहीयों के चलते पार्टी को अलविदा कर चले गये।
स.कुलदीप सिंह आनंद व स. हरचिंट सिंह ने साझे तौर पर कहा कि वो शिरोमाणि अकालीदल बादल के अनुशासित सिपाही है और बिना किसी पोस्ट के पार्टी की निष्काम व निस्वार्थ सेवा करते रहेंगे। व स.सुखवीर सिंह बादल का संदेश लेकर सिख संगत में पहुचाएंगे । स.कुलदीप सिंह ने कहा कि गुरू की संगत की सेवा करने के लिए किसी पोस्ट की जरूरत नही होती है उनको पार्टी हाईकमान व पार्टी सुपरिमों स.सुखवीर सिंह बादल उनको जो आदेश देगें वे उसका पालन करेगें ।