चंदन शर्मा
पश्चिमी दिल्ली के गुरूद्वारा श्री गुरूसिंह सभा विष्णु गार्डन में शिरोमणी अकाली दल बादल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष स. औंकार सिंह थापर डीएसजीएमसी के सदस्य सतनाम सिंह औलख व हजारों की सख्या में सिंख संगत ने स. कुलदीप सिंह आनंद का बोलो सो निहाल सतश्री आकाल के जयकारों के साथ स्वागत किया।
इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए सरदार थापर ने कहा कि सरदार कुलदीप सिंह आनंद शिरोमणी अकाली दल बादल व सिख पंथ की निष्काम सेवा करने वाले कर्मठ, जुझारू, व कदवार नेता हैं।
सरदार थापर ने कहा कि वो जल्दी ही पार्टी अध्यक्ष स.सुखवीर सिंह बादल से मिलकर सरदार कुलदीप सिंह आनंद व अन्य सदस्य जिनका नाम कार्यकारिणी की लिस्ट में नही है, उसे डलवाने के लिए बात करेगें । उन्होंने कहा कि सरदार आंनद की पार्टी के प्रति वफादारी भुलाई नही जा सकती साथ उन्होंने आंनद को पार्टी में बडी जिम्मेदारी सौंपने का आश्वासन भी दिया।
सरदार सतनाम सिंह औलख ने कहा कि सरदार कुलदीप सिंह, सरदार सुखवीर सिंह बादल की सोच पर ठोक कर पहरा देने वाले व पंथ के समर्पित नेता है, पार्टी के लिए की गयी उनकी सेवा को हम कभी नही भुला सकते। सरदार अमरजीत सिंह बिन्द्रा ने कहा कि सरदार जीके ने कुलदीप सिंह आंनद को कार्यकारिणी से बाहर रखकर अपनी तंग दिल राजनैतिक सोच दिखायी है । सिंह ने आगे कहा कि सरदार आनंद कल भी हमारे नेता थे आज भी है कल भी रहेगें । स्त्री सतसंग कि अध्यक्ष बीबी हरजिंदर सिंह कौर ने कहा कि सरदार मंजीत सिंह जीके ने कुलदीप सिंह आनंद को कार्यकारिणी में ना लेकर अपना तानाशाही रवैया दिखाला है जो कि बर्दाश्त नही किया जा सकता । बीबी प्रभजोत कौर ने कहा कि सरदार मंजीत सिंह जीके विरोधी प्रतिक्रियायों से सठिया गये है, जिसके चलते सरदार जीके ने अपने खासखास लोगों को तरविंदर सिंह मरवाह ,सरना ग्रुप में तबादला कर दिया है और दुसरी तरफ स.सुखवीर सिंह बादल व शिरोमणी अकाली दल बादल पार्टी के सालों से सेवा करने वाले वफादारों को कार्यकारिणी से बाहर का रास्ता दिखला कर पार्टी को तोडने का काम किया है। इससे पहले भी सरदार जीके की तानाशाही व पार्टी विरोधी नीतीयों के कारण कई नेता सरदार जीके व पार्टी को अलविदा कहकर चले गये। जिसमें डीएसजीएमसी के बादल ग्रुप के 18 सदस्य में स.वसिंन्द्रर सिंह,स.तेजपाल सिंह,स.रजिन्द्र सिंह राजवंषी के नाम प्रमुख है, और जो कार्यकारिणी कि घोषणा सरदार जीके ने की है उसमें कम से कम 20 सदस्य ऐसे है जिनका संबध पार्टी विरोधी नेताओं से है । स.कुलदीप सिंह आंनद ने कहा कि अगर उनको रश्मी तौर पर कोई ओहदा ना भी दिया जाये, तो भी वे
सदा गुरू संगत सिख पंथ व शिरोमणी अकाली दल की निस्वार्थ सेवा करते रहेगें और दिल्ली की सिख संगत का आर्शीवाद व समर्थन सरदार कुलदीप सिंह के साथ है।