प्रेमबाबू शर्मा
धारावाहिक ‘बाबा ऐसा वर ढूढों’ मे मुख्य किरदार भारती को निभाने वाली जूही असलम खान का कहना है, कि आज टीवी पर उनकी पहचान उनका नाटा कद ही है। भारती भले ही छोटे परदें के दर्षकों के लिए नई हो, लेकिन इनके पिता भी अपनी कम लंबाई के चलते के कई सीरियलों और फिल्मों का हिस्सा बन चुके है। अपने पिता से ही प्रेरित होकर ही इन्होने अभिनय को चुना। बचपन से ही डाक्टर बनने का सपना संजोने वाली जूही अपने जीवन में अचानक ही आए इस बदलाव से खुश है। उनकी अपने सीरियल और किरदार के बारें उनकी राय क्या है । जानते उनकी ही जुबानी।
सर्वप्रथम अपने शो बाबा ऐसा वर ढूढों के बारे में बताइए?
यह एक भावनात्मक धारावाहिक है। जिसका ताना बाना समाज में असमान्य लोगों की व्यथा और वेदना को परिभाषित करता है। इस शो की नायिका भारती समाज में अपने नाटे कद के कारण शर्मिदी महसूस करती है। किन्तु उसके प्रेमी मुरली के लिए उनका असामान्य कद मायने नहीं रखता।
मैंने आपको पहले ही बताया था कि मेरा लिए मेरा असमान्य कद का होना कोई मायने नही रखता, बल्कि इससे ज्यादा महत्वपूर्ण आपके संस्कार क्या है। मुरली और जूही की प्रेम कहानी ही इस शो का अहम् हिस्सा है। कहानी में भी भारती को मैचयोर और सैंसिबल दिखाया गया है। वह अपने ससुराल में सभी को खुश देखना चाहती है।
धारावाहिक की अगामी कडियों में आपको खास क्या नजर आएगा ?
इस शो की अग्रिम कडियो में परिवारिक जीवन का उतार चढाव का दिखाया है। जैसे जैसे कहानी का विस्तार होगा उसमें आपको कई ट्विस्ट नजर आएंगे और बाबा ऐसा वर … की कहानी दर्शकों के मन पर अच्छा खासा असर छोडेगीं।
वास्तविक जीवन में क्या जूही भी भारती जैसी है?
जी हां, असल जिंदगी में दोनों यानि जूही और भारती में काफी समानता है, जैसे मेरे असमान्य कद ही की तरह ही भारती भी है। यही धारावाहिक का मुख्य विषय है। दोनों ही पढाई में तेज है और जीवन में कामयाबी की राह तलाशती है।
इस शो के लाखों दर्शक है उनका आपके प्रति नजरिया ?
समाज में मेरे जैसे छोटे कद वाले लोगों को आज भी समाज उपेक्षा की नजर से ही देखा जाता है। आज इस शो का हिस्सा आम दर्शकों के अलावा नाटे कद के दर्शक भी है। शो के प्रोडेक्षन हाऊस में दर्शकों के रोजना हजारों की संख्या में उन्हीं के फोन और मेल में आते रहते है, उनकी नजर में यह एक अच्छा परिवारिक धारावाहिक है। कुछ लोग अपनी वेदना का जिक्र भी करते है। यह सुनकर धारावाहिक की लोकप्रियता अहसास होता है।
आपकी दृष्टि में क्या किरदार है भारती का ?
भारती एक समान्य परिवार साधारण लडकी है । मेरी नजर में यह कोई बनावटी किरदार नही मेरी जिंदगी का एक रियल किरदार है । इस शो में अपनी असल जिंदगी को जी रही हूं। लेकिन इस किरदार को निभाने का बेहद रोमांच अनुभव रहा।
एक नई कलाकार होने के कारण, धारावाहिक में अभिनय करनें में दिक्कते तो आई होगी?
जी हॉ, शुरूआती दौर में डर लग रहा था, और संवादाकों को बोलने में भी दिक्क्तें आईं जो आज भी है। लेकिन इस शो के सीनियर कलाकारों द्वारा मिला सहयोग के चलते ही मैं भारती के किरदार को निभा पा रही हूं। साथ ही शो के निर्माता निखिल सिन्हा का अनुभव और मार्ग दर्शन भी मेरे लिए मददगार साबित हो रहा। लेकिन मैंने हमेशा यही कोशिश की है अपने किरदार को रियलिस्टिक तरीके से निभा सकूं।
समय और परिथितियां इंसान में कितना बदलाव ले आती है, मुझे इसका अंदाजा शो करने के बाद हुआ। मेरे अतीत में मेरा कद कितनी ही कई बार मेरी उपेक्षा का कारण बनता रहा है, और मेरी पहचान भी यही कद है। कॉलेज के दिनों में मेरी सहपाठियों के अलावा अन्य लडकियां जो मुझ पर व्यंग्य कसा करती है आज वही मेरे शो की प्रशंसक है। इस सबका श्रेय भी मेरी हाइट ही है।
लेकिन कही आपके चाहने वाले भी तो होगें ?
जी हां, उपेक्षा की इस दुनियां मेरे परिवार के समर्थन के अलावा कॉलेज की एक मित्र लुबना का स्नेह समर्पण और सहयोग भी मेरी जिंदगी का अहम् हिस्सा है। शूटिंग की व्यस्तता के बाद भी अक्सर उसकी याद सताती है।
आप कैसे बनी जूही से भारती ?
इस साल में जब मैं गृह नगर शिकोहाबाद में स्थित डिग्री कॉलेज से बीएससी कर रही थीं, इसी दौरान मुझे पता चला कि मुंबई से कुछ लोग अपने नए टेली शो के लिए कलाकारों की खोज कर रहे है, उसी टीम में एक साहब मेरे पिता के परिचित थें, बस फिर क्या था उनसे मेरा सपंर्क हुआ और बाद में निर्माता निर्देशक निखिल सिन्हा ने मेरा किरदार भारती के लिए चयन कर लिया। और अब मैं इस शो का हिस्सा हूं। यह धारावाहिक और यह भूमिका मेरे लिए एक अनुभव की तरह है।
आप अपने भविष्य के बारे में क्या सोचती है ?
फिलहाल तो धारावाहिक ही कर रही हूं उसके बाद में अपनी पढाई की ओर ध्यान दूंगी, और डॉक्टर बनने उस अधूरे सपने को पूरा करने का प्रयास करूंगी।