अखिल भारतीय स्वतंत्र पत्रकार एवं लेखक संघ के राष्ट्रीय महासचिव दयानंद वत्स ने आज आज अशोकविहार में आयोजित समारोह में हंगरी में कला सृजन शिखर सम्मान सहित तीन अन्य साहित्यिक अलंकरणों से विभूषित दिल्ली के साहित्यकार हर्षवर्धन आर्य को स्वदेश लौटने पर अपनी हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि बहुमुखी प्रतिभा के धनी श्री हर्षवर्धन आर्य ने हंगरी में जो कीर्तिमान स्थापित किया है उससे देश के रचनाकारों, कलाकारों का मान-सम्मान बढा है। उल्लेखनीय है कि हंगरी के खूबसूरत शहर बुदापैश्त स्थित भारतीय सांस्कृतिक सम्बन्ध परिषद् के अमृता शेरगिल सांस्कृतिक केंद्र में विश्व हिंदी साहित्य परिषद् की ओर से आयोजित सातवें अन्तरराष्ट्रीय साहित्य ,संस्कृति सम्मेलन में जाने-माने कवि एवं चित्रकार रोटे. हर्षवर्धन आर्य को प्रतिष्ठित कला सृजन शिखर सम्मान ,कला सिंधु सम्मान तथा साहित्य सिंधु सम्मान प्रदान किए गए ।
मॉरीशस ,कनाडा, अमेरिका ,बेल्जियम , भारत और हंगरी आदी देशों से पधारे हिन्दीविदों ,कलाकारों ,चित्रकारों की गरिमामय उपस्थिति में साहित्य,संस्कृति को समर्पित संस्था ” विश्व हिंदी साहित्य परिषद् ” ने प्रतिष्ठित सर्वोच्च सम्मान “कला सिन्धु सम्मान “एवं साहित्य के क्षेत्र में प्रतिष्ठित “साहित्य सिन्धु सम्मान ” तथा पं०तिलकराज शर्मा मेमोरियल ट्रस्ट की ओर से ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री इन्द्रजीत शर्मा एवं मंचस्थ अतिथियों द्वारा पं० तिलकराज शर्मा स्मृति “कला सृजन शिखर सम्मान -2017 ” प्रदान किए गए । जिसमें प्रमाण पत्र , स्मृति चिह्न ,शॉल एवं ग्यारह हजार रु० की पुरस्कार राशी प्रदान की गई ।
अंतरराष्ट्रीय साहित्य ,संस्कृति उत्सव एवं श्री हर्षवर्धन आर्य की अंतरराष्ट्रीय चित्रकला प्रदर्शनी का भव्य उद्घाटन हंगरी में भारत के राजदूत श्री राहुल छाबड़ा , एल्तै विश्वविद्यालय की भारोपीय विभाग की अध्यक्ष डॉ.मारिया नेज्यैशी , डॉ. हरीश नवल ,डॉ. लल्लन प्रसाद ,श्री टी.पी.एस. रावत ,डॉ. नूतन पाण्डेय( द्वितीय सचिव) ,डॉ. दिलीप शाक्य और कनाडा से पधारे डॉ. सरन घई ने किया ।
इस अवसर पर महामहिम श्री राहुल छाबड़ा सहित उपस्थित विद्वानों ने श्री हर्षवर्धन आर्य के कविता सँग्रह ” सपनों में चिड़िया ” का लोकार्पण भी किया और श्री आर्य के सुंदर की प्रदर्शनी का अवलोकन किया । कार्यक्रम में देश के विभिन्न भागों से पधारे कवियों , चित्रकारों , बुद्धिजीवियों ने भाग लिया ।कार्यक्रम में सर्वश्री डॉ. राजेश अग्रवाल ,प्रसिद्ध हास्यकवि रसिक गुप्ता ,चित्रकार रूपचन्द ,सुनील ममगाई ,प्रेम भारद्वाज ,डॉ. आनन्द सिंह , सुशील ठाकुर , डॉ स्नेह सुधा नवल ,डॉ. ऊषा किरण ,डॉ. राजेश श्रीवास्तव ,श्री श्रवण अग्रवाल की उपस्थिति विशेष उल्लेखनीय रही ।