अखिल भारतीय स्वतंत्र पत्रकार एवं लेखक संघ के तत्वावधान में आज संघ के रोहिणी स्थित मुख्यालय बरवाला में संघ के राष्ट्रीय महासचिव दयानंद.वत्स की अध्यक्षता में विश्व हिंदी दिवस का आयोजन किया किया गया। श्री वत्स ने सुप्रसिद्ध हिंदी साहित्यकार मुंशी प्रेमचंद के चित्र पर माल्यार्पण किया। इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि वर्तमान परिपेक्ष्य में हिंदी के वैश्विक प्रचार-प्रसार में हिंदी फिल्म इंडस्ट्री, हिंदी प्रिंट एवं इलैक्ट्रानिक मीडिया का योगदान सर्वोपरि है। हिंदी के समाचारपत्र और पत्रिकाओं, समाचार और.मनोरंजन चैनलों और हिंदी फिल्मों ने हिंदी को विश्व भाषा बना दिया है। बालीवुड की फिल्में हिंदी के प्रचार प्रसार में अपनी महत्वपूर्ण वैश्विक भूमिका निभा रही हैं। विदेशों में हमारे तीनों खानों की फिल्में करोडों कमाती हैं।
आज हिंदी रोजगार की भाषा बन चुकी है। अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर हिंदी के मजबूती से बढते कदम एक सुखद संकेत हैं। सलीम खान,जावेद अख्तर, गुलजार,.यश.चोपडा, ए आर.रहमान जैसे दिग्गज लेखकों, गीतकारों, फिल्मकारों और संगीतकारों ने हिंदी के विकास में अपना प्रत्यक्ष योगदान दिया है। हिंदी के प्रचार एवं प्रसार में पुस्तक मेलों का योगदान भी महत्वपूर्ण है। इससे हिंदी का लेखक और पाठकवर्ग बढा है। अब हिंदी भाषी पाठक भी पुस्तकें खरीद कर पढ रहे हैं जो एक सुखद संकेत है।