(द्वारका परिचय न्यूज़ डेस्क)
7 जनवरी,2019 : फ़िल्म सिटी नोएडा में साहित्य, साहित्यकारों और अन्य कला कर्मियों के प्रति नोएडा की वैश्विक भूमिका पर एक राइटर्स मीट का आयोजन हुआ। इस अवसर को प्रदान किया मारवाह स्टूडियो के डॉ.संदीप मारवाह और सुशील भारती ने। संदीप मारवाह एक ऊर्जावान, प्रतिबद्ध और सक्रिय व्यक्तित्व के धनी हैं जो अभी तक बहुत ही सफल ढ़ंग से चार ‘ग्लोबल लिटरेरी फेस्टिवल, नोएडा’ आयोजित कर चुके हैं। ये फेस्टिवल मारवाह स्टूडियो के अंतर्गत इंटर नेशनल चेम्बर आफ मीडिया और एशियन एकेडमी आफ आर्ट के तत्वावधान में आयोजित किए गए हैं। बिना किसी अन्य भाषा के प्रति पूर्वाग्रह के फेस्टिवल का मुख्य स्वर हिन्दी का होता है।
आज की बैठक इन फेस्टिवल्स को बेहतर बनाने के सुझावों पर केन्द्रित थी।मैंने कहा कि इन फेस्टिवलों में न तो अन्य बहु प्रचारित फेस्टिवल की तरह जरूरत से ज्यादा उबाऊ और नाटकीय बौद्धिकता का जामा दिखता है और न ही जानबूझकर कर विवादास्पद झलकियां दिखाने की राजनीति की जाति है। यही नहीं इनमें नये से नये रचनाकारों को भी ससम्मान भागीदारी का अवसर मिलता है। स्टारवाद के मारे भी नहीं हैं ये। आदि। अत: आज यह नम्बर एक साहित्यिक उत्सव बन चुका है। मैंने साहित्यकारों और संस्कृति कर्मियों के लिए मिलने, चर्चा करने की जगह बनाने का भी अनुरोध किया जिसे श्री संदीप मारवाह ने सहर्ष स्वीकार किया। इस अवसर पर राईटर्स एसोशिएशन के गठन की घोषणा भी की गई और एक पोस्टर भी जारी किया गया। बैठक में एक बड़ी संख्या में साहित्य से जुड़े लोगों ने भाग लिया और सभी ने अपने बहुमूल्य विचार रखे। सबने माना कि यह आयोजन बहुत ही महत्वपूर्ण है और इससे साहित्य और रचनाकारों का बहुत हित सधता है। श्री संदीप मारवाह ने रचनाकारों को पुस्तक लोकार्पण, पुस्तक प्रकाशन सहित अनेक गतिविधियों से जुड़ने का भी निमंत्रण दिया। बिना आर्थिक बोझ उठाए।
इस अवसर पर आल इंडिया राइटर्स एसोशिएशन के गठन की घोषणा भी की गई और प्रस्तावित आल इंडिया राइटर्स एसोशिएशन के पोस्टर का विमोचन भी किया गया। साथ ही आरजे अरशद द्वारा संयोजित रेडियो नोएडा पर प्रसारित होने वाले कार्यक्रम हमारे अधिकार का पोस्टर भी लाँच हुआ. लेखकों की इस बैठक में डॉ बुद्धिनाथ मिश्र, डॉ दिविक रमेश , डॉ रमा सिंह , टिल्लन रिछारिया, मीना डावर ‘मोहिनी’, कैलाश यादव, प्रेम भारद्वाज, डॉ. अमित कौर, डॉ. जसबीर कौर, मृदुला टन्डन , लवली थडानी, आशा शैली, ओम प्रकाश प्रजापति, प्रिया सांवत, एस.एस.डोगरा, लहर भटनागर, विपिन गौड़ सहित लगभग सौ लेखकों, साहित्यकारों एवं समाजसेवियों ने भाग लिया और सभी ने अपने-अपने बहुमूल्य विचार रखे।
उपस्थित सभी को World Peace Development & Research Foundation की निःशुल्क आजीवन सदस्यता प्रदान की और प्रमाण पत्र वितरित किए।विश्वास है कि इस वर्ष होने वाला फेस्टिवल एक और शानदार कड़ी सिद्ध होगा। इस अवसर पर टू मीडिया के नये अंक का भी लोकार्पण किया गया। अब तक नयों के साथ साथ देश के प्रतिष्ठित साहित्यकार एक बड़ी संख्या में इन आयोजनों में भाग ले चुके हैं और सम्मानित भी हो चुके हैं। उम्मीद है कि लेखकों को एक जगह मिलने के लिए कोई न कोई कोना जल्दी ही उपलब्ध होगा।
आगामी पांचवे ‘ग्लोबल लिटरेरी फेस्टिवल, नोएडा’ में इस बार कुछ विशेष उपलब्धियों पर काम करने का डॉ. संदीप मारवाह ने भरोसा जताया. जिनमें मुख्यत: विभिन्न प्रकाशकों द्वारा लगाई जाने वाली पुस्तक पर्दर्शनी आयोजन तथा राइटर्स एसोशिएशन ऑफ़ इंडिया के बैनर तले एक डायरेक्टरी भी लाँच करने की योजना है जिसमें लेखकों, कवियों, कहानीकारों के फोटो सहित परिचय प्रकाशित होंगे.