आरजेएस पाॅजिटिव मीडिया फैमिली का दल सांस्कृतिक अध्ययन प्रवास आजादी की अमृत गाथा 145 वें के दौरान 14 अप्रैल को नई दिल्ली से राजपुरा होते हुए पटियाला , पंजाब पहुंचा। चिन्मय मिशन पटियाला के स्वामी माधवानंद जी के मार्गदर्शन और उदय कुमार मन्ना के संयोजन में सांस्कृतिक अध्ययन प्रवास का यह नौ सदस्यीय दल आज नई दिल्ली से पटियाला पहुंचा।
इस यात्रा के प्रारंभ में नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अंगवस्त्र और राष्ट्रीय ध्वज प्रदान कर स्वामी माधवानंद सरस्वती जी का स्वागत किया गया।
उत्तर प्रदेश से शुरू हुई यह यात्रा हरियाणा से होती हुई अपने पड़ाव पटियाला पहुंची। जहां चिन्मय मिशन आश्रम में 15-16 अप्रैल दो दिनों तक श्रीमद्भागवत गीता, वेदांत और उपनिषदों के गूढ़ रहस्यों का अध्ययन करेंगे।
15 अप्रैल को स्वामी माधवानन्द जी की आध्यात्मिक वार्ता, उपनिषद् गंगा विडियो शो और गुरूदेव का विडियो प्रदर्शित किया जाएगा। सायं श्रीराम मंदिर आरती और हनुमान चालीसा के साथ ही संगोष्ठी समाप्त हो जाएगी। 16 अप्रैल की सुबह स्वामी माधवानन्द जी के मार्गदर्शन में ध्यान, प्रणायाम और प्रश्नोत्तरी सत्र आयोजित होगा। तत्पश्चात् पटियाला भ्रमण का कार्यक्रम रखा है।
आरजेएस फैमिली का आजादी की अमृत गाथा का सत्र सायं चार से पांच बजे तक है। इसके बाद चिन्मय मिशन की गतिविधियों, विजन और मिशन पर मुख्य वक्ता डा.शशि गुप्ता और डा.राज गुप्ता प्रकाश डालेंगे। संध्या समय श्रीराम मंदिर आरती और हनुमान चालीसा का पाठ होगा। सायं सात बजे उपनिषद गंगा और पूज्य गुरुदेव स्वामी चिन्मयानंद की विडियो दिखाई जाएगी। सायं आठ बजे समापन समारोह में अनुभव शेयर के लिए समय रखा गया है।
अपनी इस यात्रा के बारे में बताते हुए आजादी की अमृत गाथा राष्ट्रीय कार्यक्रम आयोजन समिति के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह कुशवाहा ने कहा कि वैशाखी के अवसर पर हमारी ये यात्रा निश्चित ही हमारे लिए प्रेरक साबित होगी।
आरजेएस के राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि वैशाखी और अंबेडकर जयंती के अवसर पर उत्तरप्रदेश, दिल्ली, हरियाणा से होती हुई हमारी हैप्पीनेस यात्रा पटियाला पहुंची है, जो जो 17 अप्रैल को दिल्ली में आकर संपन्न होगी।
इस यात्रा में हिंदी सेवी विजयलक्ष्मी कसौटिया ने हैप्पीनेस के महत्व पर प्रकाश डाला।चिंतक विचारक सुरजीत सिंह दीदेवार ने जल ही जीवन है पर प्रकाश डाला। सांस्कृतिक पत्रकार नीरज सोनी, दिल्ली डायरी के युवा पत्रकार प्रखर वार्ष्णेय , संज्ञान दृष्टि संपादक प्रांजल श्रीवास्तव, और प्रफुल्ल पांडेय आदि शामिल हैं।