नकारात्मकता पर सकारात्मकता की विजय गाथा है आजादी की अमृत कथा। सकारात्मक भारत आंदोलन के अंतर्गत आरजेएस, नई दिल्ली-टीजेएपीएस केबीएसके प.बंगाल द्वारा आजादी की अमृत गाथा के श्रृंखलाबद्ध 75 कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं,जो भारत सरकार के अमृत महोत्सव में सबसे बड़ी जनभागीदारी है।
गीता जयंती के उपलक्ष्य में सर्दियों और कोरोना काल में स्वस्थ जीवन शैली पर आयोजित आजादी की अमृत गाथा के तैंतीसवें अंक मेंरविवार को महापुरुषों/स्वतंत्रता सेनानियों शाहनवाज खान, चक्रवर्ती राजगोपालाचारी, मौलाना मोहम्मद अली जौहर, सुब्रमण्यम भारती, गायक प्रदीप, मैथिली शरण गुप्त, एमएस सुब्बुलक्ष्मी, गीतकार शैलेंद्र,रामानंद सागर, बी के एस अयंगर आदि को आरजेएस फैमिली की ओर से श्रद्धांजलि दी जाएगी और 10 दिसंबर विश्व मानवाधिकार दिवस पर संदेश होगा। नकारात्मकता दूर करने के लिए कुरुक्षेत्र के युद्धस्थल में भगवान श्रीकृष्ण ने भी अर्जुन को गीता का ज्ञान दिया था। गीता जयंती 14 दिसंबर के उपलक्ष्य में राम जानकी संस्थान(आरजेएस) और टीजेएपीएस केबीएसके, पश्चिम बंगाल द्वारा आजादी की अमृत गाथा का 33 वां राष्ट्रीय आरजेएस वेबीनार रविवार 12 दिसंबर को आयोजित होगा। आरजेएस नई दिल्ली के राष्ट्रीय संयोजक और टीजेएपीएस केबीएसके के सचिव सोमेन कोले ने बताया कि सर्दियों और करोना काल में स्वस्थ जीवन शैली पर व्याख्यान देने के लिए दिल्ली के वरिष्ठ स्वास्थ्य विशेषज्ञों डॉ नरेश चावला, डॉ ए के झिंगन और डॉ मेजर प्राची गर्ग को आमंत्रित किया गया है। ये आयोजन आरजेएस सकारात्मक सूचना केंद्र, जमशेदपुर(झारखंड) की प्रभारी डा.पुष्कर बाला के सहयोग से आयोजित है, जो बीडीएसएल महिला कॉलेज में उप प्राचार्या हैं। वेबीनार में आरजेएस पॉजिटिव स्पीकर्स सुरजीत सिंह कोहली ,ओम प्रकाश झुनझुनवाला,सविता सहाय, रेनू श्रीवास्तव ,इशहाक खान और ममता रानी आरजेएस फैमिली की ओर से स्वतंत्रता सेनानियों और महापुरुषों को श्रद्धांजलि देंगे तथा विश्व मानव अधिकार दिवस पर विचार प्रस्तुत करेंगे ।