आरजेएस पीबीएच द्वारा हर रविवार वेबीनार के अन्तर्गत राष्ट्र प्रथम भारत एक परिवार घर विश्व एक परिवार की भावना के साथ दीदेवार जीवन ज्योति के संस्थापक सुरजीत सिंह दीदेवार जी ने अपने सकारात्मक विचारों से सभी आरजेएशिएन्स को लाभान्वित किया । उन्होंने गुरु को मार्गदर्शक मानकर स्वयं की शक्ति को जागृत कर स्वामी बनने का आह्वान किया। उन्होंने घूमने जाने वालों को आनंददायक यात्रा के टिप्स भी दिए। स्वयं की सोच का आधार सकारात्मक बना लेने से नकारात्मक शक्तियों का ह्रास होता है।
टीजेएपीएस केबीएसके के सचिव सोमेन कोले ने रविवार 23 जुलाई को आरजेएस आजादी की अमृत गाथा के 148वें संस्करण की मेजबानी करने की घोषणा की। 22 जुलाई को दिल्ली में राष्ट्रीय तिरंगा दिवस मनाने की घोषणा आरजेएस राष्ट्रीय संयोजक उदय मन्ना ने की।
इस अवसर पर आरजेएस पीबीएच के मार्गदर्शक प्रफुल्ल डी शेठ और श्रीमती रंजन बेन ने आरजेएस पीबीएच पटल पर स्वयं का स्वामी कार्यक्रम की तारीफ की और दृष्टि बाधित की सच्ची कहानी शेयर की।
इंदौर से प्रेम प्रभा झा जी ने प्रश्न पूछा और जगदीश चन्द माथुर तथा मदन मोहन मालवीय को श्रद्धांजलि अर्पित किया । वहीं आरजेएस राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना ने अरूणा आसफ अली और गोपाल दास नीरज की स्मृति को नमन् किया गया।
आरजेएस पीबीएच पाॅजिटिव मीडिया फैमिली के राजीव गौतम ने कहा कि भारत-नेपाल सकारात्मक संबंध पर नेपाल के वरिष्ठ साहित्यकार और शिक्षाविद् से संवाद जल्दी ही सोशल मीडिया पर प्रसारित होगा।
आरजेएस पीबीएच प्रवक्ता अशोक कुमार मलिक ने आउट ऑफ बाक्स यानि सबसे अलग सोचने पर बातचीत की। ओमप्रकाश झुनझुनवाला जी ने प्रश्न पूछा कि नकारात्मक लोगों से कैसे बचें ? सुमन गुप्ता ने सकारात्मक विचारों के विषय में बताया कि उनकी बीमारी सिर्फ सकारात्मक विचारों के कारण से तीन महीने में ठीक हो गयी । निश्चित ही पॉजिटिव होने का फल पॉजिटिव ही होता है । कार्यक्रम के अन्त में प्रफुल्ल डी . शेठ ने सभी सहभागियों का धन्यवाद किया । रंजन बेन शेठजी भी साथ में वेबीनार में शामिल रहीं । सुरजीत सिंह दीदेवार जी का ताली बजा कर सभी ने धन्यवाद दिया । राष्ट्रीय संयोजक आरजेएस पीबीएच उदय मन्ना ने कार्यक्रम का सफल संचालन किया तथा सभी का आभार प्रकट किया और टेक्नीकल टीम को विशेष धन्यवाद दिया । वेबिनार में आरएस कुशवाहा,धनपति सिंह,दीपा शुक्ला,प्रखर वार्ष्णेय,प्रांजल श्रीवास्तव आदि भी जुड़े।