30 मई हिंदी पत्रकारिता दिवस पर कोविड सेपत्रकारों की सुरक्षा और डॉक्टर केके अग्रवाल को श्रद्धांजलि

हिंदी पत्रकारिता दिवस पर 30 मई को रामजानकी संस्थान , आरजेएस द्वारा आयोजित राष्ट्रीय वेबिनार में  कोविड काल में पत्रकारों की स्वास्थ्य सुरक्षा और जनता के डॉक्टर डा.के के अग्रवाल को श्रद्धांजलि दी गई. आरजेएस राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार ने बताया कि कई राज्यों से आरजेएस फैमिली पॉजिटिव मीडिया के लोगों ने चर्चा की और श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में डाॅक्टर अग्रवाल के रोजाना चल रहे रिकार्ड  लाईव शो से देश-विदेश भर में जागरूकता आई।डा.अग्रवाल की अंतिम विडियो जिसमें वो ऑक्सीजन का सहारा लेते दिखे और जिसमें उन्होंने कहा था  कि मुझे कोरोना पाॅजिटिव प्रोग्रेसिव निमोनिया है, लेकिन द शो मस्ट गो ऑन, पिक्चर अभी बाकी है।

मेडिकल फ्रैटरनिटी के साथ सभी क्षेत्रों  के लिए मैसेज है। वेबिनार की शुरुआत में प्रो बिजाॅन मिश्रा ने कहा कि डा अग्रवाल हमेशा हमारे और हमारी संस्था के मार्गदर्शक बने रहे। उन्होंने हमें स्वस्थ रहने के कई टिप्स दिए, जिससे हमें कोविड से लड़ने में मदद मिली। पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए मधुमेह रोग विशेषज्ञ डॉक्टर ए के झिंगन ने कहा कि डा. अग्रवाल साहब एक सकारात्मक व्यक्तित्व थे , यही कारण था कि हमारे आरजेएस के कुछ प्रमुख कार्यक्रमों में वो न केवल स्वयं आए और स्वास्थ्य के टिप्स दिए बल्कि  सीपीआर जागरूकता के लिए अपनी हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया की टीम भी साथ लाए ।

स्वास्थ्य सुरक्षा पर डा. झिंगन ने कहा किकोविड-19 पीड़ित रोगियों और  बाद में दवाइयों के इस्तेमाल से मरीज का शुगर बढ़ सकता है, लेकिन बिना घबराए चिकित्सक की सलाह से इलाज करा लें तो सब कुछ पहले की तरह ही हो जाएगा । डा झिंगन का कहना था कि वैक्सीनेशन के बाद दूसरे हाथ में ही इन्सूलिन लेने चाहिए।योगी कवि प्रेम भाटिया ने कहा कि डाक्टर साहब हमेशा लोगों को स्वस्थ रखने और अच्छे कार्योंको विस्तार करने की सलाह देते थे। वो न केवल चिकित्सक थे बल्कि कई धर्मों का उन्होंने अध्ययन भी किया था। प्रेम भाटिया स्वलिखित और  डाॅक्टर अग्रवाल का पसंदीदा शेर- “अपना ख्याल, अपना होता है ” भी सुनाया। डा के के अग्रवाल की सुपुत्री टाॅकिंग पाॅवाइंट की हेड नैना अग्रवाल ने राष्ट्रीय वेबीनार  में शामिल होकर कहा कि  डॉक्टर साहब ने जो भी कार्यक्रम शुरू किए थे वह सभी उनके मानकों के हिसाब से चलते रहेंगे । उनके अनुसार ही शो मस्ट गो ऑन। आगामी परफेक्ट हैल्थ मेला भी लगेगा ।परिवार का उसमें पूरा सहयोग रहेगा । डाक्टर साहब के सपनों को जारी रखने के लिए आरजेएस फैमिली के सहयोग करने की इच्छा जानकर वो  भाव विभोर हो गईं ।

डाक्टर अग्रवाल आरजेएस के सकारात्मक भारत आंदोलन को समर्थन करते रहे थे। हैल्थ रिपोर्टर धनंजय , वरिष्ठ पत्रकार अरविंद कुमार सिंह और पत्रकार प्रवेंद्र सिसोदिया ने कहा कि डॉक्टर अग्रवाल साहब जनता के डाॅक्टर थे। उनका कहना था कि दिल की बीमारी से कोई मरे नहीं। देशभर के हजारों रोगियों के दिल की नि: शुल्क चिकित्सा मुहैया कराने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। विषम परिस्थितियों में मीडियाकर्मियों के लिए किसी देवदूत से कम नहीं थे।आरजेएस फैमिली से जुड़े साधक वह स्वास्थ्यकर्मी ओम प्रकाश झुनझुनवाला , प्राचार्या डा.पुष्कर बाला, लघु उद्यमी वह स्वास्थ्यकर्मी डॉ. नरेंद्र टटेसर  ने कहा कि यद्यपि डाक्टर साहब से कभी नहीं मिले लेकिन आरजेएस के ग्रुप में लगातार आ रहे संदेशों से हमें डॉक्टर साहब के विराट व्यक्तित्व का पता लगा।पत्रकार ज्ञानेंद्र विश्वकर्मा,सुभाष शर्मा, प्रखर वार्ष्णेय,प्रांजल श्रीवास्तव,हरीश कुमार शर्मा, सिराज अब्बासी, सुमन झा,संतोष झा, संजीव कुमार सिंह, संगीता सिंह,शिखा डबास, मयंक राज,आकांक्षा , पारूल दहिया, सुप्रिया रेड्डी आदि अलग-अलग‌ राज्यों से सभी आरजेएस फैमिली-पाॅजिटिव मीडिया के सम्मानित सदस्यों ने शामिल होकर सकारात्मक भारत आंदोलन के इस राष्ट्रीय वेबिनार को सफल बनाया।