“क्यूँ मर रहे हो बेवफा सनम के लिए
ना देगी दुप्पट्टा कफ़न के लिए
मरना है तो मर वतन के लिए
तिरंगा तो मिलेगा कफ़न के किए”
जैसे बुलंद देश भक्तिपूर्ण इरादों को लिए इसी दल में शामिल युवक ने अपने शेर से अपनी प्रतिभा का बखूबी अंदाज दिखाया.
भारतीय सेना का अंतर्गत गठित राष्ट्रीय एकता से ओतप्रोत सैर ऐ वतन नामक शैक्षिक दौरे पूंछ जिला, जम्मू एवं कश्मीर के 25 युवक (गुज्जर व बक्करवाल-आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के हैं) हैं जो सदभावना यात्रा पर इन दिनों देश की राजधानी दिल्ली के दौरे के अलावा आगरा में स्थित ताजमहल की खूबसूरती से रूबरू हुए.
मेजर अजीत मेहरा, प्रोफेस्सर सरसाद हुसैन, विजय तथा सुरजीत सिंह के नेतृत्व में भारत के महाहिम राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी जी, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी जी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी तथा ओलिंपिक पदक विजेता पदमश्री पहलवान सुशील कुमार के किशन गंज स्थित अखाड़े में जाकर मुलाकात की.
इसी दल से जब प्रधानमंत्री ने स्वयं ये जानना चाहा कि उन्हें किस तरह की कोई परेशानी है तो इनमे से कुछ युवकों ने मोदी जी के समक्ष बिजली संकट, गांवों, कस्बों को मुख्य सड़कों से जोड़ने, सुरक्षा, अमन चैन जैसे गंभीर विषयों से अवगत करते हुए इनके सुधारने की गुहार लगाई. मोदी जी ने भी इन परेशानियों को जल्द से जल्द हल करने का भरोशा दिलाया.
अपने इस दौरे के पहले दिन राष्ट्रपति भवन, लाल किला, एयरपोर्ट मेट्रो की सैर भी की. गौरतलब है कि उक्त दल को संसद भवन, राष्ट्रपति भवन, प्रधानमंत्री निवास, जामिया मिलिया विश्व विधालय, तथा दुनिया की अत्यंत खुबसूरत संगमरमर से बने ताज महल की ईमारत को देखने का सुनहरा मौका मिला.
वहीँ एक और युवक ने कुछ इस तरह अपना शेर पढ़ा अर्ज किया है
“छुपा तो बहुत कुछ है, इन झुकी हुई निगाहों में,
पर बयाँ नहीं कर सकता, इसे मैं खुले आसमानों में”
अब्दुल सामी चौधरी
(रिपोर्ट व छाया: एस.एस.डोगरा )
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