भारतीय योग संस्थान द्वारा अपने 48 वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में डिस्ट्रिक पार्क, रोहिणी में भव्य समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान साधक -साधिकाओं ने आसन, प्राणायाम, ध्यान का प्रदर्शन किया।
खेल परिसर रोहिणी केंद्र के प्रमुख श्री अशोक पुरी ने आरोग्य जीवन के टिप्स दिए। उन्होंने बताया कि शरीर को स्वस्थ रखना योग से ही संभव है। योग से शरीर, मन, बुद्वि और आत्मा पवित्र बनती है। उचित खान-पान, नियमित दिनचर्या, सकारात्मक सोच और भारतीय जीवन पद्धति को अपनाकर लंबे समय तक स्वस्थ जीवन जिया जा सकता है। गवर्मेंट बॉयज सी.से. स्कूल पूठखुर्द के प्रिंसिपल श्री जगदीश चंद्र धानिया ने कहा कि योग हमारी संस्कृति है। योग से धर्म, अर्थ, काम एवं मोक्ष की प्राप्ति संभव है। क्षेत्रीय महिला प्रधान श्रीमती इंदु अरोरा ने कहा कि योग जीवन जीने की कला है। इसके निरंतर अभ्यास से शक्ति, सामर्थ्य एवं कार्य क्षमता में वृद्धि होती है। योग से ईर्ष्या-द्वेष का नाश होकर निष्काम सेवा का भाव उत्पन्न होता है।
संस्थान के प्रवक्ता श्री राजकुमार जैन ने बताया कि भारतीय योग संस्थान गत 47 वर्षों से देश-विदेश में संचालित अपने 2200 से अधिक केंद्रों के माध्यम से मानव की निःशुल्क सेवा कर उन्हें सुख-शांति प्रदान कर रहा है। साधिका मंजु, शीतल, इंदु एवं जयंती ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। संचालन साधक दीपक तनेजा ने किया।