जिन दिव्यांग युवक-युवतियों ने अपनी निःशक्तता को दुर्भाग्य मानते हुए दाम्पत्य जीवन निर्वहन की कभी कल्पना भी नहीं की थी, उनके इस सपने को नारायण सेवा संस्थान आगामी 22 जनवरी को दिल्ली में साकार करेगा। संस्थान संस्थापक-चेयरमैन पदम्श्री कैलाश ‘मानव‘ ने बताया कि ‘दिल्ली के पंजाबी बाग जन्माष्टमी पार्क में देश के विभिन्न भागों के 51 दिव्यांग जोड़े विवाह सूत्र में बंधेंगे। संस्थान की ओर से आयोजित होने वाला यह 28 वां निःशुल्क सामूहिक विवाह होगा।
अग्रवाल ने बताया कि दिव्यांग एवं निर्धन निःशुल्क विवाह समारोह वर्ष में 2 बार आयोजित किया जाता है। दिल्ली में होने वाला यह तीसरा विवाह है। इससे पूर्व 15 जून 2014 को रामलीला मैदान में 92 जोडों व जनवरी 2016 में इसी पंजाबी बाग में 101 निर्धन एवं दिव्यांग जोड़े एक-दूसरे के हमसफर बने थे। विवाह स्थल पर 51 विवाह वेदियां और वृंदावन के 51 पंडित मुख्य आचार्य के मार्गदर्शन में विवाह की विधि संपन्न करवाएंगे। दोपहर 12ः15 बजे शुभ मुर्हूत में पाणिग्रहण संस्कार आरम्भ होगा। समारोह में देशभर से बड़ी संख्या में संस्थान सहयोगी व अतिथि भाग लेंगे। इस दौरान चयनित दिव्यांगों को ट्राइसाईकिल, व्हील चेयर, नारायण मोड्यूलर आर्टीफिशियल लिम्ब, बैसाखी, कैलिपर, श्रवण यंत्र, ब्रेल स्टिक व अन्य उपकरण निःशुल्क प्रदान किए जाएंगे।