अशोक कुमार निर्भय
आठ साल पहले मुंबई में 26 नवंबर के दिन भीषण आतंकी हमलों में मारे गए शहीदों और लोगों को मादीपुर के अल हीरा पब्लिक स्कूल में श्रद्धांजलि दी गई। श्रद्धांजलि सभा की अध्यक्षता क्षेत्र के समाजसेवी एवं अंसारी मेडिकल हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉ.अशफाक अहमद अंसारी ने की। इस श्रद्धांजलि सभा का संयोजन अल हीरा स्कूल चैरिटेबल सोसाइटी के अध्यक्ष शमीम हाशिमी ने किया। इस श्रद्धांजलि सभा में दो मिनट का मौन रखकर शहीदों को नमन किया। इस मौके पर उन्होंने उपस्थित लोगों और स्कूली बच्चों को सम्बोधित हुए कहा कि डॉ.अशफाक अहमद अंसारी ने कहा कि मैं बहादुर पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं जो मुंबई की सुरक्षा के लिए लड़े और 26/11 को हमारे लिए प्राणों की आहुति दे दी। वर्ष 2008 में सीमापार पाकिस्तान आये आतंकियों 26 नवंबर 2008 को 10 पाकिस्तानी आतंकवादी समुद्री रास्ते से मुंबई पहुंचे थे और अंधाधुंध गोलीबारी कर 166 लोगों को मार डाला था। हमलों में अनेक लोग घायल हुए थे और करोड़ों रुपये की संपत्ति नष्ट हुई थी। मरने वालों में 18 सुरक्षाकर्मी भी थे। एटीएस प्रमुख हेमंत करकरे, सेना के मेजर संदीप उन्नीकृष्णन, मुंबई के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अशोक कामटे और वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक विजय सालसकर भी मरने वालों में शामिल थे। हमला 26 नवंबर को शुरू हुआ था और 29 नवंबर तक चला था। छत्रपति शिवाजी टर्मिनस, ओबेरॉय ट्राइडेंट, ताजमहल पैलेस एंड टॉवर, लीओपोल्ड कैफे, कामा अस्पताल, नरिमन हाउस यहूदी सामुदायिक केंद्र उन स्थानों में शामिल थे जिनपर आतंकवादियों ने हमला किया। अजमल कसाब नाम का आतंकवादी जीवित पकड़ लिया गया था जिसे चार साल बाद 21 नवंबर 2012 को फांसी दे दी गई।