अखिल भारतीय स्वतंत्र पत्रकार एवं लेखक संघ के तत्वावधान में आज उत्तर पश्चिम लोकसभा क्षेत्र के रोहिणी सेक्टर-36 स्थित संघ के मुख्यालय बरवाला में संघ के राष्ट्रीय महासचिव दयानंद वत्स की अध्यक्षता में 70वां अन्तरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस मानवीय कर्तव्य पालन दिवस के रुप में मनाया गया। इस अवसर पर जीने के अधिकार के लिए प्रदूषण माफिया का सफाया जरूरी विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। अपने अध्यक्षीय संबोधन में पर्यावरण प्रहरी गांधीवादी विचारक एवं चिंतक शिक्षाविद् दयानंद वत्स ने कहा कि भारतीय नागरिकों को इस समय केवल एक ही अधिकार की आवश्यकता है ओर वह है शुद्ध हवा में जीने का अधिकार। वायु गुणवत्ता सूचकांक निरंतर खतरनाक स्थिति की और बढ रहा है। देश की राजधानी दिल्ली ही गैस चैंबर में परिवर्तित हो गई है। एन.सी.आर ओर अन्य राज्यों की हालत भी कमोबेश यही है। ऐसे में देश की संसद को पर्यावरण संरक्षण के लिए कठोरतम कानून बनाने की ओर कदम बढाना चाहिए। वायु प्रदूषण के लिए जिम्मेदार प्रदूषण माफिया के लिए मृत्युदंड का प्रावधान किया जाए। केंद्र ओर राज्य सरकारें सुनिश्चित करें कि कहीं भी कोई भी व्यक्ति हवा को दूषित न कर सके। प्रदूषण फैलाकर लोगों को दमघोंटू वातावरण की ओर धकेलने वाले सभी इकाइयों को तत्काल बंद कराऐं। क्योंकि जब मानव जिंदा ही नहीं बचेगा तो फिर अन्य मानवाधिकारों का क्या औचित्य शेष रहेगा। श्री वत्स ने कहा कि हम सबको और सरकारों को प्रदूषण मुक्त भारत बनाने के लिए पर्यावरण संरक्षण को अपनी उच्च प्राथमिकता सूची में रखना होगा। मानवाधिकारों की मांग करते समय हमें अपने नागरिक मानवीय कर्तव्यों का का निर्वहन करने का भी संकल्प लेना चाहिए।
अन्तर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस पर मानवीय कर्तव्यों के निर्वहन का पालन करने का भी संकल्प लिया