Category: Articles

भारत में दो क्रांतियां जरुरी

डॉ. वेदप्रताप वैदिक भारत में दो क्रांतियों की तत्काल जरुरत है। इन दो क्रांतियों को करने के लिए सबसे पहले भारत को एक राष्ट्र बनाना होगा। भारत इस वक्त …

भारत से कुछ आगे है बांग्लादेश

डॉ. वेदप्रताप वैदिक हम भारतीय लोग अपने पड़ौसी देशों के बारे में सोचते हैं कि वे हम से बहुत पिछड़े हुए हैं। हमसे क्षेत्रफल और जनसंख्या में तो वे …

फिल्मी-जगत का गुस्सा

डॉ. वेदप्रताप वैदिक देश के 34 फिल्म-निर्माता संगठनों ने दो टीवी चैनलों और बेलगाम सोश्यल मीडिया के खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय में मुकदमा ठोक दिया है। इन संगठनों में …

भागवत का हिंदुत्व भी सर्वसमावेशी बन गया है

डॉ. वेदप्रताप वैदिक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का मुसलमानों के प्रति आजकल रवैया क्या है, इस प्रश्न पर बहस चल पड़ी है। बहस का मुख्य कारण संघ के मुखिया मोहन …

मन चंगा तो कठौती में गंगा

आर. डी. भारद्वाज “नूरपुरी” श्री गुरु रविदास जी महाराज 15वीं शताब्दी के एक महान संत, दार्शनिक, आध्यात्मिक कवि और समाज सुधारक विद्वान थे । उस वक़्त समाज में बहुत …

सरकार की दो अच्छी पहल

डॉ. वेदप्रताप वैदिक भारत सरकार ने इधर दो उल्लेखनीय पहल की हैं। एक तो किसानों को संपत्ति कार्ड देने की घोषणा और दूसरा केंद्रीय सरकार के कर्मचारियों के हाथ …

बिहारः सत्ता ब्रह्म है, गठबंधन मिथ्या

डॉ. वेदप्रताप वैदिक बिहार के चुनाव के बाद किसकी सरकार बनेगी, कहा नहीं जा सकता। यदि दो प्रमुख गठबंधन सही-सलामत रहते तो उनमें से किसी एक की सरकार बन …

26वें अंतरराष्ट्रीय शिक्षक दिवस पर संकट काल कोविड-19 में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की: दयानंद वत्स

प्रशिक्षित शिक्षक संघ दिल्ली एवं नेशनल एजुकेशनल मीडिया नेटवर्क के संयुक्त तत्वावधान में आज संघ के मुख्यालय बरवाला में संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिक्षाविद् दयानंद वत्स के सान्निध्य में …

बलात्कार पर राजनीति ?

डॉ. वेदप्रताप वैदिक अभी हाथरस में हुए बलात्कार का खून सूखा भी नहीं है कि उ.प्र., राजस्थान, म.प्र., छत्तीसगढ़ आदि प्रांतों से भी नृशंस बलात्कार की नई खबरें आती …

आर्शीवचन -वरिष्ठ नागरिक दिवस के उपलक्ष् में

मुकेश भटनागर, दिल्ली, भारत“बुजुर्ग सेवा सम्मान है जहां ; सुख समृद्धि शांति है वहां” 1 अक्टूबर अंतर्राष्ट्रीय वरिष्ठ नागरिक दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन कई …

कृषि-कानूनः कांग्रेस का शीर्षासन

डॉ. वेदप्रताप वैदिक संसद द्वारा पारित कृषि-कानूनों के बारे में कांग्रेस पार्टी ने अपने आप को एक मज़ाक बना लिया है। इस मुद्दे पर कांग्रेस शीर्षासन की मुद्रा में आ …

महात्मा गाँधी

कुछ लोग होते हैं ऐसे ,जिन्हें रोक नहीं सकते –पहाड़,नदियाँ ,दरिया तूफ़ान या आँधीअगर कोई ऐसा पैदा हुआ संसार में – तो वह थे श्री मोहन दास कर्म चंद …

श्रीलंका की दाल में कुछ काला

डॉ. वेदप्रताप वैदिक श्रीलंका और भारत के संबंधों में पिछले कुछ वर्षों में काफी उतार-चढ़ाव आए लेकिन अब जबकि श्रीलंका में भाई-भाई राज है याने गोटबाया और महिंद राजपक्ष …

रफाल-सौदे में लचक ?

डॉ. वेदप्रताप वैदिक भारत के नियंत्रक और महालेखापरीक्षक ने अपनी ताजा रपट में बहुत गंभीर टिप्पणियां कर दी हैं, जो सरकार के लिए चिंता का विषय होना चाहिए। हम …