महात्मा गाँधी

कुछ लोग होते हैं ऐसे ,जिन्हें रोक नहीं सकते –पहाड़,नदियाँ ,दरिया तूफ़ान या आँधी
अगर कोई ऐसा पैदा हुआ संसार में – तो वह थे श्री मोहन दास कर्म चंद गाँधी

कितना प्यार था ह्रदय में , कितनी ममता – इंसानियत के लिए
मात्र एक लंगोटी पहन ली , देख गरीब की गरीबी – इंसानियत के लिए
तोड़े पल में बंधन सारे – इंसान नहीं वह एक तेज़ थी आँधी
अगर कोई ऐसा पैदा हुआ संसार में – तो वह थे श्री मोहन दास कर्म चंद गाँधी

नारा दिया आज़ादी का और सन्देश दिया – पहनो सब ही स्वदेशी
उड़ गई रंगत चेहरों की ,मासूम बन गई –अंग्रेजीयत और अंग्रेजी
हिंदुस्तान की अपनी ताकत – नहीं बना सकता कोई इसे बाँधी
अगर कोई ऐसा पैदा हुआ संसार में – तो वह थे श्री मोहन दास कर्म चंद गाँधी

पहन लंगोटी पकड़ कर लाठी – फिरंगियों से भिड़ गए थे बापू गाँधी
सब ने मिल आजाद कराया भारत –कहलाये तब राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी
आओ मिल जय जयकार बुलाएँ – अमर रहें राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी
अगर कोई ऐसा पैदा हुआ संसार में – तो वह थे श्री मोहन दास कर्म चंद गाँधी

ऐसे लोग कहाँ मरते हैं , रहते सदा बनकर चमकीला ध्रुव तारा
युगों युगों तक फैलाते खुशबू – कहते सब महात्मा गाँधी या बापू प्यारा
दृढ़ निश्चय से कदम बढ़ाते चलते रहे –नहीं कभी मारियादाओं की लकीर भी लाँगी
अगर कोई ऐसा पैदा हुआ संसार में –तो वह थे श्री मोहन दास कर्म चंद गाँधी

भारत का मान बढ़ाया ,सम्मान बढ़ाया – दुनिया भर में तिरंगा परचम लहराया
गाते गुण गान सभी धरती के प्राणी – क्या आलोकिक विश्वास था पाया
आज़ादी की नौका के बने थे साहिल – या कह लो वह बने थे माँझी
अगर कोई ऐसा पैदा हुआ संसार में – तो वह थे श्री मोहन दास कर्म चंद गाँधी

क्या सोच थी, क्या विश्वास था – सब को समान मिलें अधिकार
सब को शिक्षा , सब की खुशहाली – मजहब की न हो कोई दीवार
रंग भेद न आए कभी आड़े,कथन नहीं कोई “वीरेन्द्र”-एक हकीकत ,सोच थी गाँधी
अगर कोई ऐसा पैदा हुआ संसार में – तो वह थे श्री मोहन दास कर्म चंद गाँधी

कुछ लोग होते हैं ऐसे ,जिन्हें रोक नहीं सकते –पहाड़ ,नदियाँ ,दरिया तूफ़ान या आँधी
अगर कोई ऐसा पैदा हुआ संसार में – तो वह थे श्री मोहन दास कर्म चंद गाँधी


वीरेन्द्र कुमार मनसोतरा
उप कमांडैंट सीमा सुरक्षा बल (रिटायर्ड)
All India Radio Approved Lyricist /poet