छोटे पर्दे पर कुछ ऐसी नायिकाएं आती हैं जो बहुत जल्दी दर्शकों के दिलों में अपनी जगह बना लेती है। ऐसी ही एक कलाकार है दीपाली सहाय जो खूबसूरत होने के साथ सर्वगुण सपंन्न अदाकारा है। दीपाली एक अच्छी कलाकार तो है ही साथ में बढि़या एंकर और गायिका भी है। सहारावन वन शो ‘तुम संग प्रीत लगायी सजना’ में दीपाली पारूल की महत्वपूर्ण भूमिका में नज़र आ रही है। हिंदी में यह दीपाली का पहला सीरियल है और इसके बलबूते पर वो आज छोटे पर्दे की परिचित कलाकार बन गयी है। उनकास अपने रोल और सीरियल के बारे में क्या कहना है जानते है दीपाली सहाय की ही जुबानीः
बहुत ख़ुशी हो रही है। टॅचबुड यह ख़ुशी बरकरार रहे। सुबह से शाम तक शूटिंग मे इतनी व्यस्त हो जाती हूँ कि
शूटिंग से सीधा घर। यही दिनचर्या है मेरी। मुझे अपनी भूमिका के लिए अच्छा फीडबैक भी मिल रहा है।
आपने अभिनय की दुनियां में कैसे दस्तक दी?
बचपन से मेरी दिली इच्छा थी एक एक्टर बनने की । मैने अपने कैरियर की शुरुआत बतौर गायक वर्ष 2007 में एक ‘इंडियन आइडल सीजन 3 से की थी। टॉप सेवन में आ गयी थी। अगले ही वर्ष मैने ‘इंडियन आइडल सीजन 4’ में एंकरिग की और इंडियन आइडल सीजन 5 के कुछ एपीसोड में बतौर एंकर भाग लिया। बाद में महुआ चैनल पर एक सीरियल बढ़की मालकिन’ भी किया। मैने अब तक बतौर गायिका तकरीबन 500 से ज्यादा शो किये है। अनुमलिक के साथ काम भी किया है और भोजपुरी में कई गीत भी गाये है। ‘तुम संग प्रीत लगायी संजना’ में काम मिला तो अब टी वी मे मन लगने लगा है।
इस सीरियल में अपने किरदार के बारे में बतायें?
इस सीरियल में मेरा किरदार पारूल का है। वो पढ़ी लिखी खूबसूरत लड़की है और विवाह से पहले परिवार के व्यवसाय में हाथ बंटाती है। परिवार की बड़ी बेटी होने के कारण उसका अपनी बहनों पर पूरा दबदबा है। उसकी शादी नरेन से हो चुकी है लेकिन शादी के बाद भी वो अपने परिवार के साथ रह रही है। एक चुनौती भरा किरदार है मेरा।
यूनिट के लोगों का कैसा रिस्पांस मिला रहा है?
मुझे सभी से बहुत कुछ सीखने को मिल रहा है। मुझे अपने किरदार की गहराई में जाने का अवसर भी मिला और इसी कारण मेरे अभिनय में निखार भी आया। आम्रपाली गुप्ता, ख्याति मंगला, अनस खान और वरूण शर्मा ने मेरा हौसला बढाया और अभिनय के बारे में बहुत सारे टिप्स भी दिये।
आप एक सफल कलाकार, गायक और एंकर भी है। आपने टेलीविजन क्यों चुना?
आज हर कलाकार टी वी के साथ जुडकर खुश है। इसमें ज्यादा स्कोप है। तो मै भी छोटे पर्दे से जुड कर काफी खुश हूँ । आज छोटा पर्दा मंनोरजन के हिसाब से एक सशक्त माध्यम बन गया है। क्या आप इससे सहमत है।
मै इससे पूरी तरह सहमत हूँ । टीवी ने आज इतनी तरक्की की है कि फिल्म वाले भी अपनी प्रोमोशन टीवी पर करने लगे है। फिल्मों के कई कलाकार शो होस्ट कर रहे है। टी वी की पहुंच आज घर घर तक पहुंच गयी है। पढे़ लिखे और विशेषकर मेसेज का यह एक मनोरंजन की साधन बन गया है।
यह शो आपके दिल के करीब क्यों है?
सर्वप्रथम इस शो के जरिए मैनें दर्शकों में एक अलग जगह बना ली है। ‘तुझ संग प्रीत लगयी सजना’ ने मुझे बहुत
दर्शकों से खूब प्यार और वाह वाही दिलायी है।
आने वाले प्रोजेक्ट्स?
फिलहाल मै ‘तुझ संग प्रीत लगायी सजना’ पर ध्यान दे रही हूँ । मै क्वालिटी में विष्वास रखती हूँ क्वाटिटी पर नहीं।
आपके शौक ?
मुझे गायिकी बहुत पंसद है। यह मेरा पेसन भी है। मुझे टी वी देखना भी बहुत पंसद है।