तारा अक्षर प्रमाण पत्र वितरण समारोह डेवलपमेन्ट ऑल्टरनेटिव्स के कार्यान्वयन सहयोगी संस्था इंडियन सोसाइटी फॉर एप्लाइड रिसर्च एंड डेवलपमेंट (इसार्ड) द्वारा तारा अक्षर+साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत दिल्ली प्रदेश में कक्रोला,भरत विहार और नियू संजय अमर कालोनी में 112 महिलाओं को साक्षर किया जा चुका है।
दिनांक 25 एवं 26 जुलाई 2017 को तारा अक्षर +कार्यक्रम के अंतर्गत साक्षर हो चुकी 112_महिलाओं को सेक्टर-16 बी साइट 1, इ- डव्लू एस क्वाटर परिसर ,बस्ती विकास केंद्र द्वारका, न्यू दिल्ली- एवं न्यू संजय अमर कॉलोनी, विश्वास नगर, शाहदरा, दिल्ली में तारा अक्षर के प्रमाण पत्र वितरितकिए गए।इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री.बी.बी एल. राव पूर्व निदेशक योजना विभाग भारत सरकार एवं श्रीमती जया सीनियर टीचर जिसेस एंड मैरी,स्कूल दिल्ली ने नवसाक्षर महिलाओ की सराहना करते हुए कहा की अब ये महिलाये तारा अक्षर प्रोग्राम के द्वारा अंगूठे से कलम तक का सफर तय कर शिक्षित होने के बाद शिक्षा का उपयोग जीवन में कर पायेगी.i इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथिओ में डॉ महेंद्र सेठी (एनआईयूए), श्री राजदत गहलोत (निगम पार्सद ककरोला श्री मति अंजू कमलकांत (निगम पार्सद इ17 विश्वासनगर श्रीमती भारती एवं श्रीमति लक्ष्मी मिश्रा आदि ने कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए महिलाओ को शिक्षा पाने को जरुरी बतायाi
डॉ अलका श्रीवास्तव, (.डी ए प्रतिनिधि ) ने कहा की तारा अक्षर +कार्यक्रम एक कम्प्यूटर आधारित साक्षरता कार्यक्रम है जो निरक्षर महिलाओंको 56 दिनों में हिन्दी पढ़ना-लिखना एवं गणित की मूलभूत जानकारी देता है।पिछले नौ वर्षों में इस कार्यक्रम द्वारा बिहार, झारखंड, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, उत्तराखण्ड तथा हरियाणा में दो लाख से अधिक महिलाओं को साक्षर बनाया जा चुका है।
उन्होंने परियोजना से जुड़े सभी लोगों के कार्यों की प्रशंसा की और महिलाओं को साक्षर होने के बाद उनके जीवन में होने वाले परिवर्तनों के बारे में भी जानकारी दी और पठन-पाठन की गतिविधियों को निरंतर जारी रखने की गुजारिश की।
कार्यकर्म के दौरान नवसाक्षर महिलाओ ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा की साक्षर होने के बाद मुझमे आत्म विश्वास बढ़ा हैंi पहले लिखाई पढाई सम्बंधित काम के लिए दूसरे पर निर्भर रहना पड़ता था लेकिन अब हम खुद लिख पढ़ लेते हैं इसके अलावा अन्य महिला ने कहा की ‘’साक्षर होने के बाद अपने छोटे बच्चो के पढाई में मदद भी करती हूँi
कार्यक्रम में सुश्री दिब्या एवं जयति ((डी.ए), श्री एम राजगोपाल ((प्रेजिडेंट) ,डॉ. अजीत प्रसाद (सेक्रेटरी) ,डॉ. उमाकांत शर्मा परियोजना प्रबंधक दीपिका जैन ,शशि, दर्शनi, ((सुपरवाइजर) एवं इंस्ट्रक्टर निशा, रजनी, ममता ,रंजू एवं नेहा (इसार्ड, संस्था) तथा समारोह में उपस्थित सभी लोगों ने अपने-अपने विचार प्रस्तुत किए। तारा अक्षर के कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. अजीत प्रसाद ,(सेक्रेटरी, इसार्ड) ने आए हुए लोगों के प्रति आभार एवं धन्यवाद ज्ञापित किया।