अपनी जान हथेली पर रखकर मातृभूमि की रक्षा करने वाले सैनिक अब सेवानिवृत्ति के बाद सेवा एवं स्वरोजगार के क्षेत्र में अपना कौशल दिखाएंगे। सेवानिवृत्त एवं सेवानिवृत्त होने जा रहे सैनिकों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए रक्षा मंत्रालय का पुनर्वास महानिदेशालय (डीजीआर) उन्हें कौशल विकास कार्यक्रम के तहत आवश्यक प्रशिक्षण मुहैया करा रहा है। इसी के तहत अपार इंडिया (सुरभि इंडिया टेक्नोलॉजी) के स्किल सेंटर में इंडियन आर्मी, नेवी एवं एयरफोर्स के अधिकारियों एवं जवानों को प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है।
देश के विभिन्न यूनिटों-कोयंबटूर, सांभा, जामनगर, गोवा एवं जोधपुर आदि से तीन माह का प्रशिक्षण प्राप्त करने आए सेना के अधिकारियों एवं जवानों के लिए अपार इंडिया स्किल सेंटर में ओरिएंटेशन प्रोग्राम का आयोजन किया गया। इस दौरान एयर वाईस मार्शल श्री चक्रवर्ती, टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साईंस की प्रोफेसर डॉ. मेधा सोमैया, अपार इंडिया के फाउंडर चेयरमैन राजकुमार जैन एवं अपार इंडिया के डायरेक्टर प्रो. अपार जैन ने उन्हें संबोधित किया।
चेयरमैन राजकुमार जैन ने कहा कि देश के वीर जवान सीमा पर पूरी मुस्तैदी के साथ तैनात रहते हैं, तभी हम अपने घरों में सुरक्षित चैन की नींद सो पाते हैं। आमतौर पर इन वीर जवानों को सेवानिवृत्ति के बाद दोबारा रोजगार तलाशने के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ती है। इसे देखते हुए केंद्र सरकार कौशल विकास कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हें स्वावलंबी बनाने का कार्य कर रही है। सरकार ने इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए अपार इंडिया को चुना है। इसके लिए हम अपने आप को गौरवान्वित महसूस करते हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण का धन्यवाद करते हैं।
डायरेक्टर प्रो. अपार जैन ने बताया कि अपार इंडिया पिछले स्किल डेवलपमेंट एवं वोकेशनल एजुकेशन के क्षेत्र में पिछले दो दशकों से कार्य कर रहा है। देश के कोने-कोने में अपार इंडिया के स्किल डेवलपमेंट सेंटर कुशलतापूर्वक कार्यरत हैं। डॉ. मेधा सोमैया ने सभी सैन्य अधिकारियों एवं जवानों का अभिनंदन करते हुए अपने सहयोग का आश्वासन दिया।