वर्तमान में देश के सामने अनेको चुनौतियां हैं। मातृभूमि के प्रति अपने कर्तव्यों का बोध कर सभी वर्गों के सामूहिक प्रयास से ही बेहतर परिणाम आएंगे। यह उदगार सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश माननीय न्यायमूर्ति रमेश चंद्र लाहोटी ने व्यक्त किए। वे इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में भारत विकास परिषद् के स्वर्ण जयंती समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। न्यायमूर्ति लाहोटी ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि देश में अलगाव, भेदभाव एवं अनाचार की भावना बलवती होती जा रही है। समाज के सभी वर्गों को मानव धर्म को ही सर्वोपरि मानते हुए राष्ट्रीय भावना से कार्य करना होगा। तभी बेहतर परिणाम आएंगे और देश विकास पथ पर अग्रसर होगा। न्यायमूर्ति रमेश चंद्र लाहोटी ने भारत विकास परिषद् के जन-कल्याणकारी कार्यों की सराहना करते हुए ग्राम विकास के प्रति विशेष ध्यान देने की जरुरत बतलायी।
समारोह के विशिष्ट अतिथि, जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल श्री जगमोहन जी ने गिरते नैतिक मूल्यों पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि अच्छाई की बजाय बुराई मानव को अपनी ओर अत्यधिक आकर्षित करती है। उच्च नैतिक एवं मानवीय मूल्यों के प्रति दृढ़ता से जहां मानव अपना जीवन संवार सकता है वहीँ देश एवं समाज के लिए भी उपयोगी साबित होगा। अपने अध्यक्षीय उदबोधन में भारत विकास परिषद् के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं हिमांचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल न्यायमूर्ति विष्णु सदाशिव कोकजे ने कहा कि हमारी सभ्यता एवं संस्कृति पर लगातार हमले हो रहे हैं। इससे हमारी परंपरा एवं रीति-रिवाज प्रभावित हो रहे हैं। अब तो विवाह जैसी संस्थाओं पर भी उंगली उठने लगी है। यह स्थिति घातक एवं चिंताजनक है। जीवन में संस्कार सबसे बड़ी पूंजी है। खासकर युवा वर्ग इसके महत्व को समझे और भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति के अनुरूप कार्य करे।
भारत विकास परिषद् के राष्ट्रीय महामंत्री श्री सुरेन्द्र कुमार बधवा, आयोजक प्रांत भाविप दिल्ली प्रदेश उत्तर के मुख्य संरक्षक श्री महेश चन्द्र शर्मा एवं अध्यक्ष श्री राजकुमार जैन ने परिषद् की स्थापना, उद्येश्य एवं स्वर्णिम 50 वर्ष की गरिमामयी उपलब्धियों भरी विकासयात्रा पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए लोगों को समाज उपयोगी कार्यों से जुडने को प्रेरित किया। समारोह के दौरान भारत विकास परिषद् के संस्थापक सदस्यों के प्रति कृतज्ञता का भाव प्रदर्शित करते हुए परिषद् ने स्व डॉ सूरज प्रकाश के परिजनों, भाई महावीर, श्री प्रेम नाथ सेठ सहित पूर्व पदाधिकारियों एवं उनके परिजनों का पुष्पगुच्छ, शाल एवं मोमेंटो भेंटकर सम्मान किया। इस अवसर पर राष्ट्रीय कवि गजेन्द्र सोलंकी, कवियित्री ऋतु गोयल एवं स्निग्धा दास ने राष्ट्रीय भावना से ओत-प्रोत एक से बढकर एक काव्य प्रस्तुति से उपस्थित लोगों को भाव-विभोर कर दिया। समारोह के दौरान भाविप के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री भूपेन्द्र मोहन भंडारी एवं वित्त मंत्री श्री के एल गुप्ता सहित बडी संख्या में अन्य पदाधिकारी एवं गणमान्य लोग उपस्थित रहे। समारोह का कुशल संचालन भाविप दिल्ली प्रदेश उत्तर के महासचिव श्री संजीव मिगलानी ने किया। राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रो सत्य प्रकाश तिवारी ने सभी अतिथियों के प्रति आभार ज्ञापित किया।