प्रेमबाबू शर्मा
कुछ रिश्ते ऐसे होते हैं जो जन्म से आपके साथ रहते हैं और कुछ ऐसे जिन्हें आप खुद बनाते हैं। फिर एक तीसरे तरह का रिश्ता होता है जो तकदीर आपके लिए चुनती है क्योंकि इन रिश्तों का मकसद आपको एक मुकम्मल इंसान बनाना होता है। कभी-कभी यह तीसरा रिश्ता इतना अनूठा होता है कि वह प्रकृति के नियमों के सामने सवाल खड़े कर देता है और जीवनशैली के सामाजिक तौर-तरीकों को भी चुनौती देता है। इसे देखने वाले हर शख्स की आंखें आश्चर्य से फटी रह जाती हैं … ज़ी टीवी की ताजा प्राइमटाइम पेशकश ‘बंधन … सारी उमर हमें संग रहना है‘ अपनी तरह का पहला टेलीविजन शो है जो छोटी बच्ची दर्पण और हाथी के नवजात बच्चे गणेशा के अनूठे रिश्ते में झांकता है। यह छोटी बच्ची गणेशा को अपना छोटा भाई मानती है!
कुछ रिश्ते ऐसे होते हैं जो जन्म से आपके साथ रहते हैं और कुछ ऐसे जिन्हें आप खुद बनाते हैं। फिर एक तीसरे तरह का रिश्ता होता है जो तकदीर आपके लिए चुनती है क्योंकि इन रिश्तों का मकसद आपको एक मुकम्मल इंसान बनाना होता है। कभी-कभी यह तीसरा रिश्ता इतना अनूठा होता है कि वह प्रकृति के नियमों के सामने सवाल खड़े कर देता है और जीवनशैली के सामाजिक तौर-तरीकों को भी चुनौती देता है। इसे देखने वाले हर शख्स की आंखें आश्चर्य से फटी रह जाती हैं … ज़ी टीवी की ताजा प्राइमटाइम पेशकश ‘बंधन … सारी उमर हमें संग रहना है‘ अपनी तरह का पहला टेलीविजन शो है जो छोटी बच्ची दर्पण और हाथी के नवजात बच्चे गणेशा के अनूठे रिश्ते में झांकता है। यह छोटी बच्ची गणेशा को अपना छोटा भाई मानती है!
स्वास्तिक प्रोडक्शन्स के निर्माण में बन रहा ‘बंधन … सारी उमर हमें संग रहना है‘ दो मासूम लोगों के नाजुक रिश्ते की दिल को छू लेने वाली कहानी है। यह रिश्ता अपने भाई-बहन के प्रति प्यार और स्नेह की मूलभूत भावना पर आधारित है, जो हर खुशी और गम में एक दूसरे का साथ देकर, एक दूसरे को पूरा करते हैं। बंधन अपने दर्शकों को दर्पण और उसके परिवार की मासूम दुनिया में ले जाएगा जो डालमा के जंगल में रहता है। हमेशा से ही एक छोटे भाई की चाह रखने वाली दर्पण का सपना बड़े ही अनपेक्षित रूप में पूरा होता है … इसके बाद इस बेरहम दुनिया में उनके प्यार और संघर्ष का सफर शुरू होता है। इस शो की शूुटग वन क्षेत्रों में हुई है जहां जंगल के बीचों बीच कार्णिक परिवार का खूबसूरत घर और इस घर के बाजू से एक नदी बहती है। यह शो दर्शकों को वनों के खूबसूरत नजारों की झलक दिखाता है, जो उनके आसपास की दुनिया से बिल्कुल अलग होंगे।
इस शो में हैंडसम आदित्य रेडिज, दर्पण के पिता का रोल निभा रहे हैं जो एक नेक दिल और ईमानदार फॉरेस्ट रेंजर है। श्वेता मुंशी इसमें दर्पण की मां के रोल में हैं। इसमें सुदेश बेरी एक दुष्ट शिकारी के रूप में आतंक का पर्याय बनकर लौट रहे हैं। उन्होंने टेलीविजन और बॉलीवुड में अनेक यथार्थवादी और कठोर चरित्र निभाए हैं। ज़ी टीवी के लोकप्रिय शो ‘अगले जनम मोहे ही कीजो‘ में उनके द्वारा निभाया गया लोहा सिंह का किरदार अब तक दर्शकों के जेहन में ताजा है। सुदेश बेरी कहते हैं, ‘‘ज़ी टीवी के साथ मेरे पिछले शो ‘अगले जनम मोहे बिटिया ही कीजो‘ को जबर्दस्त प्रतिक्रिया मिली थी। मुझे खुशी है कि मैं चैनल के साथ अगला शो कर रहा हूं। विश्वास राव का मेरा किरदार इतना रोचक और प्रभावशाली है कि जब मैंने इसका वर्णन सुना तो ना नहीं कह सका। विश्वास राव के अप्रत्याशित किरदार के रूप में मुझे जिस तरह की भावनाएं प्रदर्शित करनी है, वह वाकई चुनौती भरी हैं। मैं इसकी शूुटग का पूरा मजा ले रहा हूं।‘‘ लोकप्रिय कलाकार सुष्मिता मुखर्जी और अनिरुद्ध दवे भी इस शो में दिलचस्प किरदार निभा रहे हैं।
ज़ी टीवी के प्रोग्राुमग हेड नमित शर्मा बताते हैं, ‘‘पहली बार एक टेलीविजन शो आकर्षक अंदाज में इंसान और जानवर के बीच अनूठा रिश्ता पेश करने जा रहा है, जिन्हें तकदीर ने मिलाया है। इसमें एक परिवार के रूप में वे हर दुखों और तकलीफों से निकलकर बाहर आते हैं! यह भारतीय टेलीविजन के लिए एक बड़ी छलांग होगा क्योंकि इसमें नई अवधारणा के साथ मनोरंजन की एक नई विधा स्थापित की जा रही जो सास-बहू ड्रामा, किचन पॉलिटिक्स और सामान्य विषयों से बिल्कुल अलग है। इस शो में किसी भी औसत धारावाहिक से ज्यादा दर्शकों को खींचने की क्षमता है। यह भाई-बहन के बीच प्यार पर केन्द्रित दिल को छू लेने वाली कहानी है जो परिवार के हर सदस्य को आकर्षित करेगी।‘‘ निर्माता सिद्धार्थ कुमार तिवारी कहते हैं, ‘‘अगले जनम मुझे बिटिया ही कीजो के बाद ज़ी टीवी के साथ दोबारा काम करके खुशी हो रही है। टीवी पर आज जो भी आप देख रहे हैं उन सभी बातों से अलग ‘बंधन‘ एक ऐसी दुनिया की कहानी है जो कांक्रीट में बसने वाले शहरी जीवन से बिल्कुल जुदा है। दर्शकों को जंगल में रह रहे फॉरेस्ट रेंजर के परिवार की दुनिया में ले जाना हमारे लिए काफी चुनौतीपूर्व रहा। हम रियल लोकेशन पर शूटिंग कर रहे हैं जिसमें कार्णिक परिवार का घर असली जंगलों में दिखाया गया है। हम एक छोटी लड़की और एक छोटे से हाथी के बीच संबंधों को प्रस्तुत कर रहे हैं। एक हाथी को टीम के सदस्य के रूप में लेकर आगे बढ़ना हमारे लिए उतना ही चुनौती भरा रहा जितना कि कार्णिक परिवार के लिए गणेशा को अपने परिवार का हिस्सा बनाकर रहा। इसकी शूटिंग करना काफी मुश्किल है लेकिन इसे करना मजेदार रहा।
‘‘ इस शो को चैतरफा मार्केटिंग अभियान के जरिये प्रमोट किया जा रहा है जिसमें प्रिंट, टेलीविजन और डिजिटल माध्यम शामिल हैं। चूंकि यह शो जानवरों से प्यार करने के बारे में है, इसलिए ज़ी टीवी की चुनिंदा क्षेत्रों में स्कूल संपर्क कार्यक्रम चलाने की योजना भी है, जिसमें चैनल स्कूली बच्चों को लेकर अनेक गतिविधियों का आयोजन करेगा और जानवरों के प्रति उनके प्यार को दर्शाएगा। 16 सितंबर से शुरू हो रहा ‘बंधन … सारी उमर हमें संग रहना है‘ हर सोमवार से शुक्रवार शाम 7 बजे, सिर्फ ज़ी टीवी पर प्रसारित किया जाएगा!