प्रेम बाबू शर्मा
कलर्स चैनल के लोकप्रिय धारावाहिक बालिका वधू से सुर्खियों में आने वाली अभिनेत्री गहना यानि नेहा मार्दा के बारे में बहुत कम लोग जानते होगे कि वे एक कुशल डांसर भी है। उन्होंने मात्र 9 साल की उम्र में ही कथक और भरत नाटयम् की शिक्षा ग्रहण की। अगर हम बात करे उनके टीवी से रिष्तें की तो, छोटे पर्दे से भी उनका पुराना रिश्ता रहा है। उन्होंने टीवी पर अपनी पारी की शुरूआत की डांस शो बुगी बूगी से की थी। सो इस इन्हें शो से नेहा को एक पहचान तो मिली, लेकिन वे अभिनय के क्षेत्र में अपने पैर जमाना चाहती थी। उनकी मेहनत रंग लाई और उनको धारावाहिक जो इश्क की मर्जी वो रब की मार्जी, साथ रहेगा, और एक थी राजकुमारी से जुडने का मौका मिला। अलग अलग शो में विविधापूर्ण किरदारों को निभाते हुए अगला पडाव था, बालिका वधू। इसमें दो राय नहीं की आज नेहा की अपनी पहचान बालिका वधू से ही है। लंबे अंतराल से प्रसारित इस धारावाहिक की कहानी में अब फेर बदल किया जा चुका है। नई कहानी के अनुसार नेहा अब पांच साल के बच्चे की मां के किरदार में है। वे क्या सोचती है अपने इस नए किरदार को लेकर। जानते है उनकी जुबानी।
नेहा से गहना के रूप में पहचान देने वाले धारावाहिक बालिका वधू में आया लीप को लेकर क्या सोचती है ? धारावाहिक में गहना के किरदार की उम्र शुरुआत में 15 साल थी और पांच साल बाद गहना 21 साल की हो गई है। हालांकि लीप के बाद मेरे रोल में कुछ खास बदलाव तो नहीं आया। यहां तक कि मेरा कॉस्ट्यूम भी पहले जैसा ही है। लेकिन कहानी में आए बदलाव के चलते अब पांच साल के बच्चे की मां का रोल करना थोड़ा अलग लगता है।
कहानी में आए बदलाव के बाद तो आपके समाने कई चुनौतियां रही होगी। खास करके नदूं को लेकर ?
आपका कहना बिलकुल ठीक है। कि किसी नये किरदार के साथ काम करना अपने आप में ही चैलेंज होता है। नंदू के साथ केमिस्ट्री सेट करने करने में मुझे थोड़ा जरूर समय लगा। लेकिन बाद में सब ठीक हो गया। इसके लिए में अक्सर उसके साथ खेलती थी, बातें करती थी और चॉकलेट देकर उसे खुश करती थी।
आपकी बातों से लगता है कि बच्चों में आपकी कम ही दिलचस्पी रही है ?
आपने सही बात पकडी। मुझे बच्चों से हमेशा से ही कुछ खास लगाव नहीं रहा है। मैं उनके साथ कुछ समय तो बिता सकती हूं। लेकिन पूरा दिन उनके साथ गुजारना मेरे लिए एक चैलेंज है। सेट पर भी मुझे इसी प्रकार की परेशानियों से जूझना पडा था। लेकिन अब मेरे और नंदू के बीच स्क्रीन केमिस्ट्री अच्छी है।
आपको नहीं लगता कि मां टाईप्ड भूमिका के बाद आने वाला समय आपके लिए चुनौतीपूर्ण हो जायेगा?
इतनी कम उम्र में मां का रोल करना मेरी इच्छा के खिलाफ है। लेकिन इस किरदार को करने के पीछे गहना के प्रति मेरा लगाव ही है। क्योंकि आज मेरी पहचान ही बालिका वधू के कारण है। रही बात भविष्य की तो यह तो उस समय ही बताएगा कि उस समय पैदा हुई परिस्थितियां से कैसे निबटता जाए। चर्चा होती थी कि आपका लगाव अविनाश की अपेक्षा अविका से ज्यादा रहा है।
लेकिन उनकी गैर मौजूदगी के बाद कैसा लगता है?
मैं दोनों को बहुत मिस करती है। सच कहूं, अविका एक हार्ड कोर प्रफेशनल एक्टर रही हैं और वो मुझे कभी बच्ची लगी ही नहीं। उसके विपरीत अविनाश का व्यवहार टिपिकल बच्चों की तरह था वैसे भी पर्सनल लेवल पर हम ज्यादा टच में नहीं है।
उनकी जगह लेने वाले शशांक और प्रत्यूशा के साथ कैसी केमिस्ट्री है आपकी ?
प्रत्यूशा से मेरी बहुत जमती है, हालांकि प्रत्यूशा छोटी दिखती हैं, लेकिन उनका दिमाग बड़ों की तरह है। वहीं शशांक हर बात में थोड़े से कंफ्यूज रहते हैं। इस सबके बाद भी हम तीनों ही एक दूसरे की कंपनी एन्जॉय करते है।
विभा के बारे में क्या कहेगी तो भी आपके करीब रही है ?
विभा इन दिनों जीटीवी का एक धारावाहिक कर रही है। लेकिन जब वो हमारे साथ थी वो एक बीते जमाने की बात हो चुकी है मैं विभा के बारे में कोई कमेंट नहीं करना चाहती। फिल्हाल उससे मेरी कोई बातचीत नहीं है और न ही मैं उनसे कोई रिलेशन रखना चाहती हूं।
इसकी कोई खास वजह ?
ये मेरा अपना निर्णय है बस और कुछ नहीं।
आप एक अच्छी डांसर है, लेकिन आपको अपनी कला दिखाने का मौका नहीं मिल रहा है ?
असल में रियल्टी शो में कलाकार अपनी प्रतिभा दिखा सकता है। लेकिन बालिका वधू की व्यस्तता के चलते समय मिल ही नहीं रहा है।
आपने कई धारावाहिक किये लेकिन पहचान मिली बालिका वधू से ?
बालिका वधू करैक्टर बैंसड धारावाहिक है। मेरा मानना है कि हर इंसान को लाईफ में एक मौका तो मिलता कुछ कर दिखाने का और मुझे मौका मिला बालिका वधू की गहना किरदार के द्वारा। लेकिन ऐसा भी नही है कि मेरे दूसरे धारावाहिक को दर्षकों द्वारा ना पंसद किया गया हो।
तो फिल्में करने का मूड है?
हॉ, कुछ दक्षिण भारतीय फिल्मों के प्रस्ताव तो आए थे। लेकिन फिलहाल मेरा लक्ष्य बालिका वधू ही है।