प्रेमबाबू शर्मा
दिल्ली में जन्मीं निधी माथुर आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। करीब 4 साल से अभिनय जगत में विविधतापूर्ण किरदार निभा चुकी निधी माथुर करीब एक फिल्म व कई धारावाहिक में सशक्त भूमिका निभा चुकी हैं। अपने कॅरियर की शुरूआत के बारे में निधी कहती हैं, शुरूआत में मैंने थिएटर किया, जिसके दौरान कई बड़ी हस्तियों से अभिनय की बारीकियां सीखने को मिली। जिसमें मेरी मां पूनम माथुर जो खुद अच्छी कलाकार है से काफी सीखने को मिला व थिएटर के अन्य कई नामचीन लोगों के साथ अभिनय करके थिएटर में खूब नाम कमाया। कन्या शिशु हत्या, हरित क्रांति, बाल विवाह विषय पर आधारित जैसी 3 शार्ट फिल्मों से मेरी अलग पहचान बनी।,झांसी की रानी धारावाहिक में अपनी भूमिका के बारे में वह कहती हैं, इस इंडस्ट्री में अपने अनुभवों के कारण मुझे झांसी की रानी में वसुधा महारानी नेवलकर का किरदार निभाने में जरा भी दिक्कत नहीं हुई। यह किरदार मेरे दिल के बहुत करीब है। मैंने हमेशा अच्छा काम करने की कोशिश की है और मेरा यह प्रयास निरंतर जारी रहेगा। इस सीरियल से जुड़ने के बारे में निधी कहती हैं, मुझे इतिहास से लगाव रहा है। और जब मुझे धारावाहिक में काम करने का मौका मिला तो मैं चाह कर भी ना नही। मेरे लिए यह एक मौका था इतिहास के किसी किरदार को जीने का। इसके जरिए समाज को एक संदेश देने का प्रयास किया जा रहा है कि नारी अबला नही है।
स्टार प्लस धारावाहिक काली में निधी अपने अभिनय के रंग बिखेर रही है । इस धारावाहिक के बारे में वे कहती है कि मुझे इसकी कहानी अलग लगी इसलिए मैंने इसे किया। धारावाहिक सी आई डी,संजोग से बनी संगीनी,सपनों से भरे नैना अधूरा बंधन और बालिका वधु सहित अनेक धारावाहिकों के किरदारों और निधी माथुर में क्या समानता है? इस प्रश्न के जवाब में वह कहती हैं, मैं ग्रेजुएट हूं, सोशल नेटवर्किग करता हूं, समाज सेवा भी मेरे जीवन का लक्ष्य है। इसलिए मैं अपने नकारात्मक किरदार से बिल्कुल अलग हूं।