जबरन पार्क का नाम बदलना चाहते हैं संघ के कार्यकर्तास्थानीय लोगों ने किया विरोध

अशोक कुमार  


भारतीय जनता पार्टी की केंद्र में सरकार बनने के बाद से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं ने पार्कों पर भी कब्जा करना शुरु कर दिया है। भले ही कोई फ्रीफाइटर हो या न हो ? ऐसा ही एक मामला सामने आया है दक्षिण पटेल नगर में स्थित चौधरी दीप सिंह पार्क का है । जहां शहीद भगत सिंह की प्रतिमा लगवाने के लिए संघ के कार्यकर्ता पूरा दबाव राजनीतिक और प्रशासनिक स्तर डाल रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार शादीपुर विकास समिति के अध्यक्ष भंवर सिंह फौर ने इस संबंध में निगम पार्षद अर्चना गुप्ता को एक पत्र भी लिखा है जिसमें इस बात का जिक्र किया है कि यह अच्छी बात है कि शहीद भगत सिंह पर पूरे देशवासियों को गर्व है लेकिन एक पार्क जो कि लंबे समय से चौधरी दीप सिंह पार्क के नाम से जाना जाता है उसका नाम बदला जाए। भंवर सिंह फौर ने भावनात्मक रुप से यह अपील की है कि जिस पार्क को दिल्ली नगर निगम के रिकार्ड में भी चौधरी दीपचंद पार्क के नाम से जाना जाता है उसका नाम बदलने की कोई जरुरत नहीं है। उन्होने अपने पत्र में इस बात का जिक्र किया है कि केवल शाखा लगाने के नाम पर पार्क का नाम बदल दिया जाए यह यहां के निवासियों के लिए ठीक नहीं है। भंवर सिंह फौर के मुताबिक साल 2005 में नगर निगम ने इस पार्क का नाम शादीपुर गांव के निवासी, स्वतंत्रा सेनानी और प्रसिद्ध समाजसेवी चैधरी दीपचंद के नाम पर इस पार्क का नाम रखा था। चौधरी दीपचंद का संबंध कांग्रेस पार्टी से रहा है इसलिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के लोगों को यह ठीक नहीं लगा इसलिए इसका नाम बदलने के लिए कई असामाजिक तत्व और कांग्रेस के लोग जोर लगा रहे है। शादीपुर के लोगों ने यह अपील है कि इस पार्क का नाम न बदला जाए। अगर शहीद भगत सिंह के नाम पर पार्क बनाना ही है तो इलाके में कई और पार्क हैं जिनका नाम शहीद भगत सिंह पार्क रखा जा सकता है। जिनका नामकरण नहीं हुआ है। प्राचीन शादीपुर गांव वालों ने भी संघ संघ संचालक एवं भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से अपील की है कि इस तरह का असामाजिक कार्य क स्वीकृति न दी जाए।