सनी देओल के काम से प्रभावित हैं टिस्का चोपड़ा

-प्रेमबाबू शर्मा

बालीवुड में फिल्म ‘प्लेटफार्म’ से दस्तक देने वाली अभिनेत्री टिस्का चोपड़ा ने तरे जमीं पर,दिल तो बच्चा है,रहस्य,किस्सा,कैप कर्मा,फिराक,अकंुर आरोडा मर्डर केस जैसी दर्जन से उपर फिल्मों में काम कर चुकी है। अपने काम के लिए आलोचकों की तारीफें पानेवाली अभिनेत्री टिस्का चोपड़ा ने जी सिनेमा पर अपनी फिल्म ‘घायल वन्स अगेन’ के वल्र्ड टेलीविजन प्रीमियर के अवसर पर खास बातचीत की है। बातचीत के दौरान टिस्का ने अपने नए प्रोजेक्ट से लेकर अपने को-स्टार्स और फिल्मों से जुड़े अनुभव और कई अन्य बातों के बारे में प्रेमबाबू शर्मा से चर्चा की।

घायल वन्स अगेन में अपने रोल के बारे में बताएं?
मैंने इस फिल्म में देश के सबसे अमीर आदमियों में से एक की पत्नी का रोल निभाया है। मैं सनी देओल के काम करने के तरीके से बेहद प्रभावित हूं। मेरे वार्डरोब से लेकर मेरे मेकअप, ज्वैलरी और हेयर स्टाइल पर उन्होंने बेहद बारीकी से ध्यान दिया। उन्हें स्पष्ट रूप से पता होता है कि फलां किरदार में क्या चाहिए। मुझे यह रोल करके बहुत मजा आया।

इस फिल्म में सनी देओल के साथ काम करने का अनुभव कैसा रहा?
सनी बेहद जानकार व्यक्ति हैं और उन्हें किरदार की समझ है। जैसे मुझे यह जानकर बेहद आश्चर्य हुआ कि वे पीले रत्नों के बारे में जानकारी रखते हैं। वे एक बेहद शालीन, शर्मीले पुरुष हैं और उनके साथ काम करके मजा आता है। वे सही मायनों में शानदार हैं, जिन्हें हम स्कूल और कॉलेज के दिनों से देखते आ रहे हैं।घायल वन्स अगेन का प्रीमियर जी सिनेमा पर हो रहा है।


किसी फिल्म के टेलीविजन प्रीमियर के लिए आप टेलीविजन को कितना महत्वपूर्ण मानती हैं?
मुझे लगता है कि हर तरह के सिनेमा का एक निश्चित दर्शक वर्ग होता है। जैसे एक्शन पसंद करने वाले लोग उसी विषय की फिल्में पसंद करते हैं। जो दर्शक अपने पसंदीदा विषय की फिल्में थिएटर में नहीं देख पाते, उन्हें उस फिल्म का टीवी पर इंतजार रहता है। मेरा मानना है कि किसी भी फिल्म के वल्र्ड टेलीविजन प्रीमियर के लिए अतिरिक्त दर्शक होते हैं।आपने घायल वन्स अगेन में एक मां का रोल निभाया है। 

आप अक्सर मां के किरदार में ही नजर आई हैं, ऐसा क्यों?
वैसे तो मैंने कई तरह की मांओं का किरदार निभाया है। तारे जमीन पर में मेरा रोल भावुक था, जबकि फिल्म रहस्य में यह बिल्कुल अलग तरह का था, जिसमें मैं कातिल बनी हूं। भारत में एक औरत 30 की उम्र तक मां बन जाती है और शायद यही कारण है। सिर्फ तारे जमीन पर में ही रोल था, जिसमें हमने एक बच्चे की जिंदगी में मां की अहमियत पर प्रकाश डाला था।
आजकल आप पर्दे पर कम ही नजर आ रही हैं? 
मेरा ज्यादातर वक्त अपने होम प्रोडक्शन में चला जाता है, जो मैं अपने पति के साथ चला रही हूं। जो फिल्म हम बना रहे हैं, उसकी स्क्रप्टि लिखने में भी समय लग जाता है। किसी भी फिल्म को चुनते समय मेरे लिए अच्छी स्क्रप्टि और अच्छे लोग बहुत मायने रखते हैं।

बॉलीवुड और साउथ में काम करने के क्या अनुभव रहे?
साउथ में इंडस्ट्री के अपने मापदंड हैं और वे आपको एक अलग तरह से देखते हैं। वे बहुत पेशेवर हैं। हालांकि साउथ में एक कलाकार के लिए क्रिएटिविटी दिखाने का कोई खास स्कोप नहीं होता है। साउथ की तुलना में बॉलीवुड में प्रयोग और रचनात्मकता के लिए ज्यादा स्थान है।

आपका ड्रीम रोल क्या है?
मैं यकीनन बायोपिक करना चाहती हूं। इसके अलावा एक एक्शन ड्रामा, एक ड्रामा सीरियल और क्राइम स्टोरी भी करना चाहती हूं। मैंने अभी तो कुछ भी नहीं किया है। अभी बहुत कुछ करना बाकी है।