तीन दिन तक चले इस उत्सव का उद्घाटन बेलारूस के एंबेस्डर श्री बिटाले ए प्राइमा ने किया । की बोर्ड आफ इंडिया के निदेशक श्री जाय दीप भोश द्वारा बाजार में चाय की बढ़ती खपत और लगातार हो रहे बदलाब के बारे में चर्चा की।
इस उत्सव में 70 किस्म की चाय का प्रदर्शन किया गया। देश की राजधानी दिल्ली में चाय और काफी का 3 दिवसीय महोत्सव आयोजित किया गया। राजधानी में यह पहला ऐसा मौका था जहाँ चाय और काफी इंडस्ट्री से जुडें उत्पादक, रीटेलर, ट्रेडर्स व आम आदमी से लेकर सभी ने एक साझा किया और इस क्षेत्र की बारीखियों को समझा व जाना। इस उत्सव का आयोजन एड्रेस इंडिया कम्पनी की निदेशक सोनाली सुबुधी द्वारा किया गया। अशोका हाटल में हुये इस आयोजन में बैलारूस के एम्बेसडर बिटेले ए प्राइमा, की बोर्ड आफ इंडिया के निदेशक जाय दीप विश्वास, फेडरेशन आफ टी ट्रेडर्स एसोसिऐशन के अध्यक्ष श्री आ.सी. अग्रवाल, काफी बोर्ड आफ इंडिया के श्री बी.आर गोड़ा, नेसले के श्री राज शर्मा सहित कई गणमान्य उपस्थित थे।
उद्घाटन भाषण में बोलते हुए श्री प्राइमा ने कहा कि ”बेलारूस इस आयोजन का सहभागी देश है यह हमारे लिये गर्व की बात है। बेलारूस तथा भारत दोनों हमेशा से ही एक दूसरें के साथ अच्छे व्यापारिक संबंध रखते है, और आगे भी दोनों देश व्यापारिक संभावनाओं और सांस्कृतिक रिस्तों को मजबूत करेगे। बेलारूस में भारत के टी उत्पादकों और रीटैलरों के लिए बहुत संभावनाये है मैं उन सबको अपने देश में व्यापार करने के लिए आमंत्रित करता हूँ और मुझें विस्वास है कि हम सब इससे अधिक लाभ कमायेगें और पूर्णताः सफल भी होगें।
इस क्रम को आगे बढ़ाते हुए उत्सव की आयोजक सोनाली सुबुधी ने कहा कि मैने इस इंडस्ट्री पर बहुत शोध कार्य किया है और काफी समय से इससे जुड़ी हुई हूँ। जिससें मैने पाया कि एक ऐसा आयोजन किया जाना चाहिये जहाँ पर इस इंडस्ट्री से जुडे़ सारे लोगों को एक साथ आने का मौका मिले और वह इसकी बारीकियों को समझे और लगातार हो रहे बदलाव के साझेदार बने। चाय हमारी रोजमर्रा की जिंदगी का एक ऐसा हिस्सा है जिससें हम अपने हर दिन की शुरूआत करते है। परन्तु हम इसके बारे में अभी बहुत कम ही जानते है। इस उत्सव के द्वारा हमने लोगों को नये ट्रेंड, फ्लेवर, कल्चर से अवगत् कराया है, हमने लगभग 70 किस्म की चाय और काफी का प्रदर्शन किया जो की डार्जलिंग और नीलगिरी के बागानों से लाई गई थी। इस आयोजन में सामान्य चाय को छोड़कर चाय की ढेर सारी किस्में उपस्थित थी जैसे मसाला चाय, ग्रीन टी, फ्रूट टी, और बेजीटेवल टी, वाइट टी इस प्रकार कई अन्य प्रकार की हर्बल चाय की किस्में थी।