प्रेमबाबू शर्मा
बालीवुड में एनिमेसन फिल्म आईसी एंड स्पाईसी के द्वारा पैठ बनाने वाले निर्माता निर्देशक अनिल गोयल भी इन दिनों सुर्खियों में है मुंमई हमलें पर बेस ऐनीमेन फिल्म ‘कैकर्स ’ को लेकर । एक मुलाकात में उन्होंने बताया कि फिल्म
26/11 के हादसे और मुंमई में आंतकवादियों द्वारा बरसायें कहर के वीभत्स घटना पर आधारित है। इस विषय पर भले ही कई फिल्में बन रही है किन्तु कैकर्स उन सबसे अलग एनिमेसन फिल्म है। फिल्म में आखिर क्या खास है? प्रश्न के जवाब में उनका कहना था कि फिल्म में अधुनिक तकनीक का जमकर प्रयोग किया गया जिसमें थ्री व फोर डी के माध्यम से एनिमेसन किरदारों मे जान फूंकने का प्रयास किया गया है। फिल्म के सभी मैकेनिक पात्र है। जबकि बालीवुड में यह पहला प्रयोग है।
‘कैकर्स ‘ कहानी में आंतकवादियों के हमलों को विस्तार दिखाया गया है साथ ही कहानी के द्वारा एक संदेश देने की कोशिश की गयी है कि आम आदमी चाहे तो वे भी संकट की परिस्थिती में मुकाबला करने में सक्षम हैं। बालीवुड की आम फिल्मो की तरह ही इस फिल्म की भी शुरुआत रोमांस और कालेज से होती है जिसमें हंसी माजाक और मस्ती हैं। जबकि दुसरे हिस्से में आंतक घटना को दिखाया है।
अनिल गोयल का मानना है कि एनिमेसन फिल्म ‘कैकर्स’ बच्चों में देश भक्ति का जज्बा पैदा करेगी। फिल्म के नायक का एक ही मकसद है भ्रष्टाचारी देश द्रोही के साथ सघर्ष करते है। अपनी बात को आगे बढाते हुए उन्होंने बताया कि ‘कैकर्स ‘ में मनोरंजन का पूरा मसाला होने के साथ यह बालीवुड की बहुबजट की एनिमेसन फिल्म है।
‘कैकर्स ‘ पूरी तरह से संगीत प्रधान है और एक गीत में माईकल जैक्सन जैसा ब्रेक डांस भी हैं।’ अनिल गोयल मानते है हम आज हालीवुड की टक्कर की फिल्में बना रहे है ओर भारतीय फिल्मों की मांग विदेशों में भी है। साथ ही कहते है व्यवसायिकता के इस दौर में अगर आपकी फिल्म में दम है तो चलेगी इसके साथ ही संगीतपक्ष भी महत्वपूर्ण होता है इसी बात को ध्यान में रखकर हमने गीतकार सुधाकर वर्मा से छः गीत लिखवाये हैं जिसे स्वर दिया है श्रेया घोषाल, हरिहरण, राजा हसन और जौली मुखर्जी ने और संगीत है दिलीप सेन का। इस फिल्म के चरित्रों को अपनी मनमोहक आवाज से जान फूंकी है सिराज खान, स्माईल सूरी व निखिल द्विवेदी ने।