प्रेमबाबू शर्मा
स्थानीय दुकानदारों और ऑनलाइन खरीददारी करने वालों ग्राहकों के बीच की खाई को पाटने के लिए दिल्ली-एनसीआर में प्राइसमैप ऐप लांच किया गया।
ऐप लांच के अवसर पर प्राइसमैप के संस्थापक और सीईओ सुरेश काबरा ने कहा, वस्तुओं का मूल्य जानकारी के लिए उपभोक्ताओं को ऑनलाइन सर्च करके पसंद किए गए प्राडक्ट का लिंक ऐप पर शेयर करना है। इसके बाद प्राइसमैप के ग्राहकों को नजदीक दुकानों में उनलब्ध प्रोडक्ट है की जानकारी मिल जाएंगी।
हमने उपभोक्ताओं को यह यह यकीन दिलाने की कोशिश की कि उन्हें वस्तुएं सस्ती दरों पर पास की दुकानो से मिल रही हैं। हमनें एक शोध में पाया कि 10 वस्तुओं में से आठ बार ऑनलाइन शॉपिंग की वस्तु करीबी दुकान पर सस्ती कीमत पर उपलब्ध हो रही है पर उपभोक्ताओं को यह पता ही नहीं है।
प्राइसमैप ने आने वाले दिनों में दिल्ली के सभी बड़े बाजारों में इवेंट्स आयोजित कराने का फैसला किया है, जिससे कि इस ऐप को लेकर दुकानदारों और खरीददारों के बीच जागरुकता पैदा की जा सके।
ई-कॉमर्स प्लेटफार्म्स के आने के बाद प्राइसमैप को स्थानीय खुदरा व्यापारियों और खरीददारों के बीच शॉपिंग के गूगल के तौर पर पेश किया गया है। इसका नाम पंच लाइन-‘देख के लो’ रखा गया है।