‘किशन कन्हैया’गजगामिनी,मृत्युदंड,गोपी किशान,छोटी बहू, आंखे और ‘खुदा गवाह’…. जैसी हिट फिल्मों में अपने अभिनय के जलवे दिखाने वाली अभिनेत्री शिल्पा शिरोडकर ने टीवी शो सिलसिला प्यार का और एक मुठठी आसमान में भी काम किया है,शिल्पा मानती हैं कि इंसान के जीवन में विवाह और रिश्ते का बड़ा महत्व है। उन्होंने कहा, मैं हर किसी के सामने वैवाहिक रिश्ते की वकालत करती हूं।यह बात शिल्पा ने मुमंई में कलर चैनल के एक नये शो ‘सावित्री देवी कालेज एंड होस्पीटल’ के प्रमोशन के दौरान प्रेमबाबू शर्मा से एक मुलाकात के दौरान कही।
शो में शिल्पा शिरोडकर, जया मिश्रा के किरदार को निभा रही है,उन्होने कहा कि‘ मेरा किरदार स्माल-टाइम एंत्रप्रेन्युर है जो स्वाभिमानी है,और अपने दम पर बच्चों को पालती है।
कहानी के अनुसार किस तरह का किरदार है ?जया एक ऐसी महिला है,जो हालातों से जूझना जानती है,
परिवार में उसकी बेटी साची और बेटा गौरव है, वह समान बेचकर घर खर्च चलाती है। सावित्री देवी कालेज एंड हाॅस्पिटल में साची का इंटरर्नशिप करते देखकर वह खुशी से फूली नहीं समाती।
क्या जय का उस कालेज से कोई रिश्ता है ?जया का अतीत कुछ हद तक सावित्री देवी कालेज एंड हाॅस्पिटल से जुड़ा है तथा इसी कारण से वह अपनी बेटी को वहां काम करते देखना चाहती है।
लंबे गैप के बाद टीवी पर वापिसी का सफर कैसा रहा ? मैं पूरे 10 साल बाद मै मुंबई वापस लौटी थी तो जब मुझे ‘एक मुठठी आसमान’ कार्यक्रम का प्रस्ताव मिला, मैंने हां कर दी। मुझे काम पाने के लिए मेहनत नहीं करनी पड़ी।
शो के बारे में क्या कहेगी ?प्रेम कथाओं के रूप में समाप्त होने वाले अन्य शो से यह शो बिलकुल विपरीत है यह टीवी इतिहास का पहला शो जिसमे चिकित्सा समस्याओं, कदाचारों और उन लोगों के जीवन पर असर डालने का कम करेगा ।
अभिनेत्री शिल्पा शिरोडकर सिनेमा जगत की कार्पोरेट संस्कृति और प्रौद्योगिक क्रांति से बेहद अचंभित हैं? उन्होंने कहा कि कॉर्पोरेट माहौल में काम करने का अनुभव उनके लिए नया होगा और उन्होंने इस बदलाव के लिए खुद को तैयार कर लिया है।
शिल्पा,क्या आपको बालीवुड की याद नही आती ?मुझे कभी बॉलीवुड की याद नहीं आई, दरअसल इसके लिए मेरे पास समय ही नहीं था। मैं अपने वैवाहिक और पारिवारिक जीवन में सुखी और व्यस्त थी। मेरे छोटे से परिवार में मै,मेरे पति और नौ वर्षीया बेटी हैं। फिल्मों से दूरी बनाने के बाद बॉलीवुड की चमक-दमक वाली जीवनशैली की एक बार भी याद नहीं आई।