‘मंथन’ द्वारा गांधी- शास्त्री जयंती के अवसर पर साहित्य संध्या आयोजित

एयर फ़ोर्स नैवल ऑफिसर एनक्लेव (द्वारका, नई दिल्ली) की संस्था ‘मंथन’ द्वारा गांधी- शास्त्री जयंती के अवसर पर साहित्य संध्या आयोजित की गई। इसमें वरिष्ठ साहित्यकार श्री अशोक लव मुख्य-अतिथि थे। इसका कुशल आयोजन कैप्टन मोहित कपूर ने किया। ग्रुप कैप्टन प्रदीप अग्निहोत्री ने संचालन किया। कार्यक्रम के आरंभ में ग्रुप कैप्टन शैलेंद्र शैल (मोहन) ने अपने उपन्यास ‘ रावी से यमुना तक ‘ के प्रथम अध्याय का वाचन किया।

इसके पश्चात इन कवि – कवयित्रियों ने कविता-पाठ किया– सुश्री यामिनी कपूर, सुश्री नीता सैनी, कर्नल जी.के.सिंह, सुश्री मंजुलता चतुर्वेदी, ग्रुप कैप्टन सुशील भाटिया, सुश्री मंजूषा रंजन, ग्रुप कैप्टन (डा.) आर. के. श्रीवास्तव, डा. गौरी श्रीवास्तव, ग्रुप कैप्टन एस. सी.शर्मा , ग्रुप कैप्टन शैलेंद्र शैल, ग्रुप कैप्टन प्रदीप अग्निहोत्री। अपने संबोधन में श्री अशोक लव ने कहा कि कविता व्यक्ति की संवेदनाओं को जीवित रखती है। एयर फ़ोर्स, आर्मी और नेवी के पदाधिकारियों ने इतनी श्रेष्ठ कविताएँ सुनाई हैं। ये कविताएँ उनकी संवेदनशीलता दर्शाती हैं। वास्तव में कविता मन के गहन भावों की अभिव्यक्ति है।


श्री अशोक लव ने दोहे और कविताएँ भी सुनाईं। उन्होंने ग्रुप कैप्टन शैलेंद्र शैल को उनके उत्कृष्ट उपन्यास के लिए बधाई दी और इसे ऐतिहासिक कृति की संज्ञा दी। कार्यक्रम आयोजन में सुश्री यामिनी कपूर ने अहम भूमिका निभाई। कार्यक्रम के आरंभ में मुख्य – अतिथि और कवियों को वृक्ष-उपहार भेंट देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर श्री अशोक लव ने कवि – कवयित्रियों को अपनी लिखी पुस्तक ‘ श्रीमद्भगवत गीता जीवन दिशा ‘ भेंट की।